Silofer Panchamrit Kalash: हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाइजीरिया दौरा काफी चर्चा में रहा. इस दौरान पीएम मोदी ने नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टीनूबू को एक विशेष सिलोफर पंचामृत कलश भेंट किया है. यह कलश महाराष्ट्र के कोल्हापुर की पारंपरिक शिल्पकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है. यह अद्वितीय कलश उच्च गुणवत्ता की चांदी से बना है और इसकी सुंदरता में कोल्हापुर की प्रसिद्ध धातुकला की नक्काशी को देखा जा सकता है. इसमें पारंपरिक पुष्प पैटर्न, देवताओं की आकृतियाँ और कोल्हापुर के विशिष्ट डिज़ाइन शामिल हैं, जो इसकी कला को और आकर्षक बनाते हैं.


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दूध, दही, घी, शहद और चीनी के मिश्रण के लिए.. 
असल में सिलोफर पंचामृत कलश को विशेष रूप से धार्मिक समारोहों में उपयोग के लिए तैयार किया गया है. इसका डिज़ाइन ऐसा है कि इसे आसानी से पकड़ा जा सके और इसके ढक्कन का उपयोग भी सरलता से किया जा सके. इस कलश का उपयोग धार्मिक अनुष्ठानों में पंचामृत दूध, दही, घी, शहद और चीनी के मिश्रण को परोसने में किया जाता है. इसे भेंट करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय परंपराओं और संस्कृति का सम्मान प्रदर्शित किया है.


 दोनों देशों के नेताओं के बीच हुई वार्ता
उधर प्रधानमंत्री मोदी नाइजीरिया की अपनी आधिकारिक यात्रा के बाद जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए ब्राजील के रियो डी जेनेरियो पहुंचे हैं. नाइजीरिया से रवाना होते समय उन्होंने कहा कि वह वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श करने और भारत की भूमिका को मजबूत करने के लिए तत्पर हैं. दोनों देशों के नेताओं के बीच हुई वार्ताओं में वैश्विक दक्षिण की विकास आकांक्षाओं पर विशेष ध्यान दिया गया, जिसमें मिलकर काम करने पर सहमति बनी.


भारत-नाइजीरिया रणनीतिक साझेदारी..
अबुजा के एसो रॉक विला में प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति टीनूबू ने एक बैठक की, जिसमें उन्होंने भारत-नाइजीरिया रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में कदम उठाए. यह बैठक नाइजीरियाई राष्ट्रपति के कार्यालय और निवास पर हुई. इस दौरान नाइजीरिया ने प्रधानमंत्री मोदी को ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर (सीजीओएन) के राष्ट्रीय सम्मान से नवाज़ा, जो नाइजीरिया में उनकी पहली आधिकारिक यात्रा का हिस्सा था.


नाइजीरिया में भारतीय समुदाय को भी संबोधित किया..
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने नाइजीरिया में भारतीय समुदाय को भी संबोधित किया. उन्होंने कहा कि भारतीय हमेशा अपने मूल्यों और संस्कारों को साथ लेकर चलते हैं, चाहे वे दुनिया में कहीं भी हों. नाइजीरिया में लगभग 60,000 भारतीय प्रवासी रहते हैं, जो पश्चिमी अफ्रीका का सबसे बड़ा भारतीय समुदाय है. पीएम मोदी के इस संबोधन से प्रवासी भारतीयों में गर्व और आत्मविश्वास की भावना जागृत हुई.