शंघाई : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी तीन दिनों की चीन यात्रा को पूरा करके शनिवार को वहां से मंगोलिया के लिये रवाना हो गए। प्रधानमंत्री के रूप में चीन की अपनी पहली यात्रा के दौरान उन्होंने वहां के शीर्ष नेतृत्व से वार्ता की और द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देने वाले कई प्रमुख समझौतों पर हस्ताक्षर किए।


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प्रधानमंत्री ने ट्विट किया, ‘अलविदा चीन, गर्मजोशी और मेहमाननवाजी के लिए मेरी ओर से आभार। हमेशा अनुराग के साथ अपनी यात्रा को याद रखूंगा।’ एक अन्य ट्विट में मोदी ने कहा, ‘आने वाले वर्षों में भारत-चीन संबंधों को और मजबूत बनायें।’ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी तीन देशों की यात्रा के पहले चरण में चीन गए जहां वह तीन दिन रूके। इस दौरान उन्होंने चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और वहां के प्रधानमंत्री ली क्विांग से बातचीत की।


कल भारत और चीन ने रेलवे और शिक्षा समेत कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सरकारी स्तर पर 24 समझौतों पर हस्ताक्षर किए थे। इस दौरान दोनों देशों ने सीमा विवाद का शीघ्र ‘राजनीतिक’ समाधान निकालने पर सहमति व्यक्त की । मोदी ने चीन से कुछ मुद्दों पर उसके अब तक के रूख पर पुनर्विचार करने को कहा और विश्वास बहाली के उपायों के तहत चीनी पर्यटकों के लिए ई वीजा और दोनों सेनाओं के बीच हॉटलाइन स्थापित करने जैसी पहलों की घोषणा की।


चीन में आज अपनी यात्रा के अंतिम दिन भारतीय और चीनी कंपनियों के बीच 22 अरब डालर से अधिक राशि के 26 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। अपनी यात्रा के दूसरे चरण में प्रधानमंत्री मोदी मंगोलिया जा रहे हैं। मोदी मंगोलिया की यात्रा पर जाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे।


इस दौरान मोदी मंगोलिया के राष्ट्रपति शाखियागिन एलबेगद्रोज से मुलाकात करेंगे और दोनों देशों के बीच विविध क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत बनाने पर चर्चा करेंगे। मंगोलिया के बाद वह इस यात्रा के तीसरे और अंतिम चरण में दक्षिण कोरिया जाएंगे।