Iran helicopter crash: ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलीकॉप्टर हादसे में मौत हो गई है. ईरान की सरकारी टीवी का कहना है कि बचाव और खोज टीमों ने राष्ट्रपति रईसी के दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर की पहचान कर ली है. इस दुर्घटना में किसी के जीवित बचे होने की संभावना नहीं है. आइए जानते हैं कि अगर किसी ईरानी राष्ट्रपति की पद पर रहते हुए मौत हो जाती है तो क्या होता है? देश के अगले नेतृत्व को लेकर वहां के संविधान में क्या प्रावधान है.


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वर्तमान परिस्थिति में ईरान में ऐसे कई शक्तिशाली नेता हैं जो इस पद के लिए खुद को पेश करेंगे. ऐसे में ईरान के सुप्रीम लीडर अयातोल्लाह अली खामेनेई के शासन की भी परीक्षा होगी. क्योंकि इब्राहिम रईसी को खामेनेई के उत्तराधिकारी के रूप में देखा जा रहा था. ऐसे में जो भी नेता ईरान का राष्ट्रपति बनेगा उसे अप्रत्क्ष रूप से सुप्रीम लीडर का भी दावेदार मान लिया जाएगा.


समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ईरानी संविधान के अनुच्छेद 131 में कहा गया है कि यदि पद रहते हुए किसी ईरानी राष्ट्रपति की मौत होती है तो उपराष्ट्रपति कार्यवाहक राष्ट्रपति की भूमिका निभाता है. हालांकि, वह इस जिम्मेदारी को तभी संभालेगा जब सुप्रीम लीडर इसकी उस पद को संभालने की अनुमति दे. क्योंकि देश के सभी मामलों में फैसला लेने का अंतिम अधिकार सुप्रीम लीडर के पास है.


देश की मूल नीतियां वहीं रहेंगीः जेसन ब्रोडस्की


ईरानी संविधान के इस प्रावधान के अनुसार, वर्तमान में सुप्रीम लीडर अयातोल्लाह अली खामेनेई के करीबी और सहयोगी मोहम्मद मोखबर उपराष्ट्रपति हैं. ऐसे में राष्ट्रपति पद के सबसे प्रबल दावेदार मोहम्मद मोखबर ही हैं. हालांकि, प्रथम उपराष्ट्रपति, संसद के अध्यक्ष और न्यायपालिका के प्रमुख से बनी एक परिषद की यह जिम्मेदारी होती है कि 50 दिनों के भीतर नए राष्ट्रपति के चुनाव का आयोजन करे. 


यूनाइटेड अगेंस्ट न्यूक्लियर ईरान के नीति निदेशक जेसन ब्रोडस्की ने एक मीडिया आउटलेट से बात करते हुए कहा है कि ईरान के राष्ट्रपति 'डिसिजन मेकर' के बजाय नीतियों को लागू कराने कराने का काम ज्यादा करते हैं. उन्होंने आगे कहा कि ईरान के राष्ट्रपति कोई भी हो देश की मूल नीतियां वहीं रहेंगी.


हेलीकॉप्टर क्रैश में रईसी की मौत


उत्तर पश्चिमी ईरान के जोल्फा में रईसी का हेलीकॉप्टर उस समय क्रैश हो गया जब वह पूर्वी अजरबैजान प्रांत में बांध का उद्घाटन करके लौट रहे थे. रईसी ईरान के राष्ट्रपति होने के साथ-साथ सुप्रीम लीडर अयातोल्लाह अली खामेनेई के करीबी और एक कट्टरपंथी मौलवी के रूप में जाने जाते थे. 2021 के राष्ट्रपति चुनाव में इब्राहीम रईसी ने बड़े अंतर से जीत हासिल की थी.