US Elections 2024: अमेरिका में राजनीति और बिजनेस का जबरदस्त तालमेल है. यही बात अमेरिकी चुनाव के समय भी लागू हो जाती है. इस बार भी वहां के ये बड़े बिजनेसमैन अपने विचारों और व्यापारिक हितों के हिसाब से ही उम्मीदवारों का समर्थन कर रहे हैं. इनका सीधा असर नीतियों पर पड़ता है.
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Donald Trump Kamala Harris: कई मायनों में मानव सभ्यता के सबसे शक्तिशाली राष्ट्र का तमगा हासिल कर चुके अमेरिका का सबसे बड़ा राजनीतिक पर्व अपने शबाब पर है. यानि कि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव हो रहे हैं. रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रेट्स की तरफ से कमला हैरिस मैदान में हैं. अमेरिकी चुनाव का एक महत्वपूर्ण वहां का बिजनेस भी है. शायद इसीलिए इस बार का चुनाव चर्चा का केंद्र बना हुआ है, क्योंकि कई बड़े उद्योगपतियों का समर्थन भी उम्मीदवारों के पक्ष में देखा जा रहा है. अमेरिकी राजनीति पर नजर रखने वाले राजनीतिक एक्सपर्ट पिछले काफी समय से यही कहते आ रहे थे कि देखना होगा कि टॉप बिजनेसमैन किसको अपना समर्थन देंगे.
असल में यह बात भी सही है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था और राजनीतिक शक्ति में इन बिजनेसपर्सन यानि कि उद्योगपतियों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होती है. क्योंकि उनकी पसंद का असर समाज और व्यापार पर गहरा पड़ता है. इस बार के चुनाव में भी कई दिग्गज उद्योगपतियों ने खुलकर या परोक्ष रूप से अपने समर्थन का इजहार किया है. आइए जानते हैं कि अमेरिका के शीर्ष 5 बिजनेसमैन किसका समर्थन कर रहे हैं और क्यों कर रहे हैं.
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक, एलन मस्क ने इस चुनाव में खुलकर रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन किया है. मस्क ने ट्रंप के चुनाव अभियान में आर्थिक रूप से भी सहयोग दिया है. उन्होंने ट्रंप के समर्थन में लगभग 588 करोड़ रुपये का दान दिया है. मस्क का मानना है कि ट्रंप के नेतृत्व में व्यापार और इनोवेशन को बढ़ावा मिलेगा. मस्क के इस समर्थन को एक बड़े राजनीतिक कदम के रूप में देखा जा रहा है. हालांकि एक्सपर्ट्स इसे उनका निजी हित मान रहे हैं क्योंकि ट्रंप खुद बिजनेसमैन हैं और दोनों बहुत पहले ही कई करार कर चुके हैं.
माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स ने ट्रंप के विपरीत डेमोक्रेटिक पार्टी की उपराष्ट्रपति उम्मीदवार कमला हैरिस को अपना समर्थन दिया है. गेट्स ने हैरिस के समर्थन में 420 करोड़ रुपये का दान किया है. गेट्स का मानना है कि डेमोक्रेटिक पार्टी का स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र पर ध्यान देने से समाज में सकारात्मक बदलाव आएंगे. गेट्स ने इस बारे में अपने विचार भी स्पष्ट किए हैं कि एक स्थिर और समृद्ध समाज के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य का सशक्त होना बेहद जरूरी है.
अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस ने किसी भी उम्मीदवार को खुला समर्थन नहीं दिया है, लेकिन उनकी ट्रंप के साथ कई मुद्दों पर असहमति रही है. बेजोस और ट्रंप के बीच के विवाद सार्वजनिक हैं, और कई बार ट्रंप ने भी बेजोस के खिलाफ अपनी नाखुशी जताई है. बेजोस ने वर्ष 2020 के चुनावों में भी किसी उम्मीदवार का समर्थन नहीं किया था, और इस बार भी उन्होंने अपने विचारों को स्वतंत्र रखा है. हालांकि, वे निजी तौर पर डेमोक्रेटिक नीतियों के प्रति झुकाव रखते हैं.
इस साल जुकरबर्ग और ट्रंप के बीच संबंध काफी चर्चा में रहे. फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसी सोशल मीडिया प्लेटफार्म के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग का ट्रंप से राजनीतिक मुद्दों पर कई बार टकराव हुआ है. जुकरबर्ग ने सार्वजनिक रूप से यह स्पष्ट नहीं किया कि वे किस उम्मीदवार का समर्थन कर रहे हैं, लेकिन उनकी गतिविधियों से संकेत मिलते हैं कि वे ट्रंप की नीतियों से असहमत हैं. वे सामाजिक मुद्दों पर अपनी राय रखते हैं और अपने प्लेटफॉर्म पर फेक न्यूज़ को रोकने के प्रति प्रतिबद्ध हैं.
टेक्नोलॉजी की दुनिया में एक और बड़ा नाम, लैरी एलिसन, लंबे समय से रिपब्लिकन पार्टी के समर्थक रहे हैं. इस बार भी उन्होंने रिपब्लिकन उम्मीदवार ट्रंप के पक्ष में अपने विचारों को व्यक्त किया है. 2022 में रिपब्लिकन पार्टी को उन्होंने 3 करोड़ डॉलर का योगदान दिया था. एलिसन का मानना है कि रिपब्लिकन नीतियां व्यापार और कॉरपोरेट के अनुकूल हैं, और वे अमेरिका की व्यापारिक स्थिति को मजबूत बनाए रखने में सक्षम हैं.