Russia Ukraine Conflict: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए यूक्रेन से जंग अब इज्जत की बात बन गई है. वह किसी भी कीमत पर बिना जीते इस जंग को खत्म नहीं करना चाहते. अपनी सैन्य क्षमता बढ़ाने के लिए उन्होंने एक ऐसा फैसला किया है जिसकी चर्चा हर तरफ हो रही है. दरअसल, पुतिन के इस फैसले के तहत अब हत्या, डकैती, चोरी और मादक पदार्थों की तस्करी के अपराधियों को रूस की सेना में भर्ती किया जाएगा. पुतिन ने इस संबंध में बनाए गए कानून पर साइन कर दिया है. अब जल्द ही भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी. इसके अलावा इस कानून के तहत उन लोगों को भी अब सेना में बहाल किया जाएगा, जिन्हें पहले मना कर दिया गया था. 


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इन अपराधियों को नहीं किया जाएगा शामिल


इस नए कानून के तहत जहां अपराधियों की सेना में भर्ती का रास्ता खोला गया है, तो वहीं इसमें कुछ अपराधियों को इससे बाहर भी रखा गया है. कानून के तहत नाबालिगों से यौन अपराध करने वाले, राजद्रोह, जासूसी या आतंकवाद से जुड़े, सरकारी अधिकारी की हत्या या हत्या के प्रयास से जुड़े, विमान अपहरण, चरमपंथी गतिविधि और परमाणु सामग्री व रेडियोधर्मी पदार्थों के अवैध संचालन के लिए दोषी ठहराए गए अपराधियों की भर्ती नहीं की जाएगी.


इस तरह चल रही भर्ती की प्रक्रिया


रिपोर्ट के मुताबिक, रूस के कुख्यात वैगनर फोर्स के प्रमुख, येवगेनी प्रिगोझिन ने स्पष्ट रूप से यूक्रेन में युद्ध से लड़ने के लिए इस सैन्य समूह में शामिल होने के लिए रूसी जेलों से कैदियों को बुलाया है. वहीं एक टीम उन लोगों की भर्ती पर भी काम कर रही है जिन्हें अतीत में सेना की भर्ती प्रक्रिया में छांट दिया गया था.


आंशिक लामबंदी का टारगेट पहले ही हो चुका है पूरा


राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को कहा कि क्रेमलिन ने रूस की सामान्य पुरुष आबादी से यूक्रेन में युद्ध लड़ने के लिए आंशिक लामबंदी के तहत 3 लाख सैनिक जुटाने का जो लक्ष्य रखा था उसे पूरा कर लिया गया है. यही नहीं, हमने अपने लक्ष्य से 18,000 अतिरिक्त सैनिकों की भर्ती कर ली है. इसके बाद इस सप्ताह की शुरुआत में रूसी रक्षा मंत्रालय ने सभी आंशिक लामबंदी गतिविधियों को निलंबित कर दिया था. हालांकि पुतिन के आंशिक लामबंदी का आदेश तभी समाप्त होगा जब वह एक आधिकारिक डिक्री पर साइन करेंगे. जब तक यह साइन नहीं होगा तब तक आंशिक भर्ती का नियम लागू ही माना जाएगा.


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