Alexei Navalny : रूस में व्लादिमीर पुतिन का डंका बजता है. इस बात से शायद ही कोई इनकार करेगा. पुतिन के सामने जो भी आया, वो या तो खुद साइड हो गया या फिर इस दुनिया से उसका वजूद मिट गया. अब रूस में चुनावों से पहले विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी की जेल में मौत हो गई. वह राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के पुतिन के सबसे बड़े आलोचकों में से एक थे. 47 वर्षीय नवलनी को आर्कटिक सर्कल के उत्तर में लगभग 40 मील दूर एक जेल में रखा गया था. संघीय जेल सेवा ने कहा कि शुक्रवार(16 फरवरी) को टहलने के बाद नवलनी को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कत महसूस हुई और वह बेहोश हो गए. 


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इससे पहले नवलनी को लेकर अफवाह सामने आई थी कि उन्हें 2020 में साइबेरिया में जहर देकर मार दिया गया है. हालांकि, इस बयान को रूसी सरकार ने महज एक अफवाह बताया था. सरकार की तरफ से बयान में कहा गया था कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि उन्हें नर्व एजेंट से जहर दिया गया है. यही नहीं उनके जेल से गायब होने की अफवाह भी सामने आई थी.


 


2017 में भी हुआ था जानलेवा हमला


 


नवलनी पर 2017 में जानलेवा हमला हुआ था. हमले में उनकी आंख में गंभीर चोटें आई थीं. साल 2018 में उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव में खड़ा होने की कोशिश की. लेकिन धोखाधड़ी के आरोप के चलते वे ऐसा नहीं कर पाए. इसके बाद एलेक्सी ने इसे सरकार की साजिश बताया था. 


 


पुतिन को फूटी आंख नहीं सुहाते थे नवलनी


 


एलेक्सी नवलनी ने रूस में भ्रष्टाचार के खिलाफ कई कैंपेन चलाए. इस दौरान वे कई बार जेल भी गए. नवलनी रूस के मौजूदा राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कट्टर विरोधी माने जाते थे. जिसकी वजह से उन्हें कई बार जेल की भी सजा काटनी पड़ी. 2011 में उन्होंने  पुतिन के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था और जांच की मांग की थी. जिसके बाद उन्हें 15 दिनों के लिए जेल में डाल दिया गया था. 2013 में उनके ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे. इसकी वजह से भी उन्हें जेल की सजा काटनी पड़ी. हालांकि, हर बार उन्होंने खुद को निर्दोष बताया था.