Germany: यूरोप पर मंडरा रहा रूसी खतरा.. जर्मनी ने पुतिन के खिलाफ बिछाया जाल, आसमान में कर दी घेराबंदी
Russia Ukraine War: रूसी खतरे से निपटने के लिए जर्मनी ने वायु रक्षा प्रणाली की सक्रियता बढ़ाई. इसे यूरोप की सुरक्षा में नए अध्याय के आगाज के तौर पर देखा जा रहा है.
Russia Ukraine War News: रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के बाद यूरोप में बढ़ते तनाव को देखते हुए जर्मनी ने अपनी वायु रक्षा प्रणाली को पूरी तरह से सक्रिय कर दिया है. यह कदम जर्मनी के उस गंभीर सुरक्षा चिंतन का हिस्सा है, जिसमें रूस को यूरोप के लिए एक प्रमुख खतरे के रूप में देखा जा रहा है. इस निर्णय के पीछे जर्मनी का उद्देश्य न केवल अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करना है, बल्कि यूरोप के व्यापक सुरक्षा ढांचे को भी सुदृढ़ करना है.
जर्मनी ने सुरक्षा बढ़ाई
जर्मनी ने पहले ही यूक्रेन को कई आईरिस-टी वायु रक्षा प्रणाली प्रदान की हैं, जो रूस के मिसाइल, ड्रोन और क्रूज़ मिसाइल हमलों का सफलतापूर्वक सामना कर रही हैं. यूक्रेन में इन प्रणालियों की कामयाबी ने जर्मनी को अपने स्वयं के बचाव के लिए भी इसी तकनीक को अपनाने के लिए प्रेरित किया है.
जर्मनी ने चेताया
जर्मनी की सरकार ने स्पष्ट किया है कि रूस द्वारा अपने सैन्य विस्तार, विशेष रूप से मिसाइलों और क्रूज़ मिसाइलों के क्षेत्र में, यूरोप के लिए एक गंभीर खतरा पैदा कर दिया है. कलिनिनग्राद में रूसी मिसाइलों की तैनाती जर्मनी के लिए सीधा खतरा है, और इस स्थिति में जर्मनी के लिए अपनी रक्षा प्रणाली को मजबूत करना अनिवार्य हो गया है.
यूरोपीय आसमान ढाल पहल
जर्मनी यूरोपीय आसमान ढाल पहल का हिस्सा है. जो बैलिस्टिक मिसाइलों के खिलाफ लंबी दूरी की रक्षा प्रदान करने के लिए डिज़ाइन की गई है. इस पहल के तहत, जर्मनी ने आईरिस-टी एसएलएम प्रणाली के छह यूनिट्स का ऑर्डर दिया है. जिनकी कुल लागत 950 मिलियन यूरो है और इनकी डिलीवरी मई 2027 तक पूरी होनी है.
आईरिस-टी वायु रक्षा प्रणाली
यूक्रेन में आईरिस-टी वायु रक्षा प्रणाली की सफलता उल्लेखनीय रही है. इन प्रणालियों ने अब तक 250 से अधिक रूसी रॉकेट, ड्रोन और क्रूज़ मिसाइलों को मार गिराया है. जिससे अनगिनत लोगों की जानें बचाई गई हैं. इस सफलता ने जर्मनी को अपनी रक्षा क्षमताओं को और मजबूत करने के लिए प्रेरित किया है. ताकि रूस के साथ किसी भी रणनीतिक असंतुलन को रोका जा सके.
..यूरोप में शांति सुनिश्चित करना
जर्मनी ने जोर देकर कहा कि उनकी तैयारी का मुख्य उद्देश्य संभावित हमलावरों को रोकना है. जर्मनी का मानना है कि हर हमले का जवाब देने की क्षमता ही आक्रमणकारियों के लिए सबसे बड़ा जोखिम पैदा कर सकती है. उनका एकमात्र उद्देश्य यूरोप में शांति सुनिश्चित करना और युद्ध को रोकना है, और इसके लिए कोई और रास्ता नहीं है.
यूरोप की सुरक्षा में नए अध्याय का आगाज
यह निर्णय केवल जर्मनी की रक्षा क्षमता को नहीं बल्कि यूरोप की समग्र सुरक्षा रणनीति को भी एक नई दिशा देने वाला है. जिसमें जर्मनी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. यूरोप में स्थिरता और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए इस तरह के कदम अत्यधिक महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं.
(एजेंसी इनपुट के साथ)