रियाद: सऊदी अरब ने दावा किया है कि उसने ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स (Revolutionary Guards) की तरफ से प्रशिक्षित और सऊदी अरब में हमले के लिए तैयार आतंकी समूह का भंडाफोड़ किया है. सऊदी अरब (Saudi Arabia) ने इस आतंकी समूह के 10 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें से तीन को ईरान में प्रशिक्षण मिला हुआ था, बाकी इनके सहयोगी हैं. इन आतंकियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद हुए हैं.


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रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने दी मिलिटरी और फील्ड ट्रेनिंग
सऊदी अरब के सुरक्षा मामलों के प्रवक्ता ने एक बयान जारी कर कहा कि ईरान द्वारा प्रशिक्षित आतंकियों के समूह का भंडाफोड़ किया गया है. बयान में कहा गया कि इन्हें 2017 में रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के ठिकानों पर बम बनाने तक की ट्रेनिंग मिली हुई थी और ईरान से इन्हें धन भी मिलता था. इन आतंकियों के कब्जे से दो जगहों से हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद की गई है.


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प्रॉक्सी वॉर में कई जगह उलझे हैं सऊदी अरब और ईरान
सुन्नी प्रभुत्व वाले देश सऊदी अरब (Sunni Muslim Saudi Arabia) और शिया प्रभुत्व वाले ईरान (Shi`ite Iran) में पुरानी तनातनी है. दोनों ही देश खुद को दुनिया भर में क्रमशः सुन्नी और शिया आबादी के नेता के तौर पर प्रस्तुत करते हैं.


इसके साथ ही अरब प्रायद्वीप के कई देशों में दोनों देश प्रॉक्सी वॉर (Proxy Wars) में उलझे हैं, खासकर यमन में. यहां विद्रोही हूती लड़ाकों को ईरान की तरफ से मदद मिलने की बात सामने आती रही है, तो सऊदी अरब उनके सफाए में लगा हुआ है.


यमन के अंदर से हूती विद्रोही सऊदी अरब में मिसाइल और ड्रोन हमले (Missile and Drone Attack) तक करते हैं, जिसमें पिछले साल हूतियों ने सऊदी अरब के तेल रिफायनरी पर मिसाइल से हमला कर बड़ा नुकसान पहुंचाया था. इसी तरह से लेबनान, सीरिया, इराक में भी दोनों देश अलग अलग वजहों से आमने-सामने हैं.