पाकिस्तान से कर्ज की वसूली के बाद भी नहीं पसीजा सऊदी अरब, दिया बड़ा झटका
सऊदी अरब (Saudi Arabia) ने तेल की सप्लाई रोक कर पाकिस्तान को अब तक का सबसे बड़ा झटका साबित दिया है.
नई दिल्ली: सऊदी अरब (Saudi Arabia) ने तेल की सप्लाई रोक कर पाकिस्तान को अब तक का सबसे बड़ा झटका साबित दिया है. सऊदी अरब ने पाकिस्तान (Pakistan) को दिए एक बिलियन डॉलर के कर्ज को लौटाने को कहा था. पाकिस्तान ने तय समय से चार महीने पहले ही लौटा दिया. इसके बावजूद सऊदी अरब का दिल नहीं पसीजा है और पाकिस्तान की तेल सप्लाई रोक दी है.
दरअसल, सऊदी अरब ने पाकिस्तान के बोझ को कम करने के लिए और विदेशी मुद्रा का खजाना भरने के लिए नवंबर 2018 में 6.2 बिलियन डॉलर की रकम पाकिस्तान को दी थी. जिसमें से 3.2 बिलियन डॉलर का इस्तेमाल पेट्रोलियम पदार्थ लेने, और उसके भंडारण पर खर्च किया जाता था. ये डील मई 2020 में समाप्त हो गई, लेकिन सऊदी अरब ने डील को रिन्यू करने की जगह तेल की सप्लाई ही रोक दी और एक बिलियन डॉलर कर्ज की वसूली भी पाकिस्तान से कर ली. अब पाकिस्तान हैरान है कि वो आखिर करे भी तो क्या?
पाकिस्तानी अकबर एक्सप्रेस ट्रिब्यून (Express Tribune) के मुताबिक ये डील मई में ही एक्सपायर हो गई, लेकिन पाकिस्तान इसे बचाने की हरसंभव कोशिश कर रहा है. इसी मुहिम के तहत उसने एक बिलियन डॉलर की रकम तय समय से पहले ही सऊदी को लौटा दी, लेकिन सऊदी अरब इस डील को आगे बढ़ा ही नहीं रहा.
अखबार ने पाकिस्तान के पेट्रोलियम विभाग के प्रवक्ता साजिद काजी के हवाले से ये खबर छापी है. जिसमें बताया गया है कि पाकिस्तान अभी सऊदी अरब की तरफ से इंतजार कर रहा है कि वो इस डील को आगे बढ़ाए. पाकिस्तान सरकार इस बारे में औपचारिक तरीके से निवेदन कर चुका है.
पाकिस्तान को ये झटका उस समय लगा है, जब उसे आईएमएफ से भी कोई मदद नहीं मिल पा रही है, क्योंकि आईएमएफ (International Monetary Fund) ने पिछले पांच महीने से किसी को भी मदद नहीं दी है. ऐसे में सऊदी अरब को पैसे लौटाने के साथ ही अब तेल की खरीदी से पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक (Pakistan Central Bank) पर बुरा असर पड़ रहा है, जो पहले से ही कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है.