Aligarh News: अलीगढ़ में एक डेढ़ महीने के बीमार बच्चे को इलाज के लिए लाए परिजनों ने डॉक्टरों द्वारा इलाज से मना करने पर हंगामा कर दिया. अस्पताल में केवल 28 दिन तक के बच्चों का इलाज होता है, इसलिए डॉक्टर ने बच्चे को जिला अस्पताल ले जाने की सलाह दी. इससे नाराज परिजनों ने अस्पताल में तोड़फोड़ की और एक सुरक्षा गार्ड को रैलिंग से नीचे फेंकने की कोशिश की.
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Aligarh News: अलीगढ़ के जिला महिला अस्पताल मोहनलाल गौतम में बीती रात गंभीर हंगामा और मारपीट की घटना हुई. एक डेढ़ महीने के मासूम को इलाज के लिए अस्पताल लाए परिजनों ने डॉक्टरों द्वारा उपचार से मना करने पर पूरे अस्पताल में जमकर हंगामा और तोड़फोड़ की. हालात इस कदर बिगड़ गए कि परिजनों ने सुरक्षा में तैनात गार्ड को रैलिंग से नीचे फेंकने की कोशिश की और अस्पताल परिसर में फायरिंग करते हुए फरार हो गए.
इलाज से मना करने पर किया हंगामा
घटना रात लगभग 10:30 बजे की है, जब एक डेढ़ महीने के बीमार बच्चे के परिजन उसे इलाज के लिए महिला अस्पताल की इमरजेंसी में लेकर आए थे. महिला अस्पताल के नियमों के अनुसार, यहां केवल 28 दिन तक के बच्चों का ही इलाज किया जाता है. इसी आधार पर ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने परिजनों को सलाह दी कि वे बच्चे को जिला अस्पताल लेकर जाएं, जहां बड़े बच्चों का इलाज उपलब्ध है. इस सलाह के कारण परिजन भड़क गए और अस्पताल परिसर में हंगामा शुरू कर दिया.
गार्ड और एक अन्य महिला स्टाफ घायल
बात इतनी बढ़ गई कि परिजनों ने गुस्से में डॉक्टरों से अभद्रता शुरू कर दी और महिला अस्पताल के सुरक्षा गार्ड नरेंद्र कुमार के साथ हाथापाई करने लगे. जब गार्ड ने बीच-बचाव करने की कोशिश की, तो आक्रोशित लोगों ने उसे पकड़कर रैलिंग से नीचे फेंकने का प्रयास किया. गार्ड नरेंद्र कुमार ने बताया कि उसकी जान बाल-बाल बच गई, क्योंकि उसने समय रहते रैलिंग को कसकर पकड़ लिया, अन्यथा वह नीचे गिर सकता था. इस संघर्ष में गार्ड और एक अन्य महिला स्टाफ घायल हो गए.
गार्ड ने स्थिति संभालने की पूरी कोशिश की लेकिन...
अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, डॉ. एम तैय्यब खान, ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि घटना के समय गार्ड ने स्थिति संभालने की पूरी कोशिश की, लेकिन आक्रोशित लोगों ने हदें पार कर दीं. इस हंगामे के दौरान न केवल मारपीट और तोड़फोड़ हुई, बल्कि आरोपियों ने अस्पताल परिसर में फायरिंग भी की, जिससे वहां मौजूद मरीज और स्टाफ दहशत में आ गए.
CCTV फुटेज के माध्यम से आरोपियों की पहचान की जा रही है
पुलिस को घटना की जानकारी मिलते ही, पुलिस क्षेत्राधिकारी द्वितीय और थाना बन्नादेवी की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक आरोपी वहां से फरार हो चुके थे. पुलिस ने घटना की गंभीरता को देखते हुए सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूत जुटाने शुरू कर दिए हैं. अधिकारियों का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से आरोपियों की पहचान की जा रही है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा. इस पूरी घटना से अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई और रात भर मरीजों और उनके परिजनों में दहशत का माहौल रहा.
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