Bangladesh News: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना, जो इस समय भारत में हैं, 'लोकतंत्र बहाल होने के बाद वापस आएंगी', उनके बेटे साजिब वाजेद जॉय ने पीटीआई से यह बात कही है. न्यूज एजेंसी से बात करते हुए जॉय ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान की आईएसआई बांग्लादेश में अशांति को बढ़ावा दे रही है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार को बांग्लादेश में लोकतंत्र की शीघ्र बहाली के लिए 'अंतर्राष्ट्रीय दबाव बनाना चाहिए.'


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पिछले बयानों से अलग जॉय का बयान
जॉय का यह बयान उनके पिछले बयानों से अलग है. ZEE न्यूज के सहयोगी चैनल WION को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने अपनी मां की राजनीतिक में वापसी से इनकार किया था. उन्होंने कहा, 'वह 77 साल की हैं. यह उनका आखिरी कार्यकाल होने वाला था. वैसे भी इसके बाद वह रिटायर होने वाली थीं. लोगों ने अपनी पसंद बना ली है और उन्हें वह नेतृत्व मिलेगा जिसके वे हकदार हैं.'


पीटीआई-भाषा के मुताबिक‘बीबीसी वर्ल्ड सर्विस’ पर ‘न्यूजआवर’ को दिए एक इंटरव्यू में जॉय ने कहा कि उनकी मां की कोई राजनीतिक वापसी नहीं होगी. उन्होंने कहा कि हसीना रविवार से ही इस्तीफा देने पर विचार कर रही थीं और परिवार के आग्रह के बाद अपनी सुरक्षा के लिए देश छोड़कर चली गईं.  खबर के मुताबिक, जॉय ने कहा कि 15 साल तक बांग्लादेश पर शासन करने वालीं उनकी मां बहुत निराश थीं कि उनकी इतनी मेहनत के बाद भी लोग उनके खिलाफ उठ खड़े हुए. 


सोमवार को  हसीना ने छोड़ दिया बांग्लादेश 
बता दें सोमवार को शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा और उन्हें देश छोड़कर भारत भागना पड़ा. आरक्षण विरोधी छात्र आंदोलन की वजह से हसीना को यह कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा.  प्रदर्शनकारी विवादास्पद आरक्षण प्रणाली को समाप्त करने की मांग कर रहे थे जिसके तहत 1971 में बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम में हिस्सा लेने वाले लड़ाकों के रिश्तेदारों को सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रावधान है.


(इनपुट - एजेंसी)