Japan PM Fumio Kishida resigns: जापान की राजनीति में बड़ी हलचल देखने को मिल रहा है. वहां के प्रधानमंत्री फुमियों ने आज यानी मंगलवार को अपने मंत्रिमंडल के साथ इस्तीफा दे दिया, उन्होंने साल 2021 से इस पद को संभाला था लेकिन फुमियो इसलिए पद छोड़ रहे हैं कि पार्टी को नया नेता मिल सके, क्योंकि उनकी सरकार घोटालों से घिरी हुई है. इसके साथ आज ही शिगेरु इशिबा को औपचारिक रूप से देश का नया प्रधानमंत्री चुना है.


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शिगेरु इशिबा, कब लेंगे प्रधानमंत्री पद की शपथ


जापान की संसद में आज यानी एक अक्टूबर को सत्तारूढ़ लिबरल पार्टी के प्रमुख शिगेरु इशिबा को औपचारिक रूप से देश का नया प्रधानमंत्री चुना है. इसके साथ इशिबा को लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी का नेता चुना गया था. ताकि वे फुमियों का स्थान ले सके. इशिबा को शुक्रवार को लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी का नेता चुना गया था. 


रिश्तों पर क्या असर होगा, भारत-जापान


जापान में प्रधानमंत्री बदलता है जबकि सत्तारूढ़ पार्टी वहीं रहती है इसलिए भारत के रिश्तों पर ज्यादा असर नहीं पड़ता है. वैसे भी प्रधानमंत्री बनने के बाद शुगेरु इशिबा अपने नए मंत्रिमंडल की घोषणा करने के साथ ही देश में जल्द चुनाव का ऐलान करेंगे. इशिबा ने पहले ही कहां था की एक अक्टूबर को देश का औपचारिक रूप से प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद 27 अक्टूबर को संसदीय चुनाव कराने की योजना बना रहे हैं.


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हालांकि चुनाव के बाद इशिबा की पार्टी को जीत मिलती है तो वह फिर से प्रधानमंत्री बन सकती हैं. भारत के लिए इशिबा का प्रधानमंत्री बनना अच्छा माना जाएगा. क्योंकि पीएम मोदी और जापान के पूर्व प्रधानमंत्री से रिश्ते काफी अच्छे रहे हैं. इसके साथ दूसरी अहम बात ये है कि चीन संयुक्त रूप से जापान और भारत के साथ कट्टर दुश्मन है. इस वजह से जापान में सत्ता बदलने के बाद भी भारत और जापान का रिश्ते मजबूत होंगे.