कोलंबो: श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना ने मंगलवार को कहा कि वह देश के रक्षा बलों के शीर्ष पदों पर अगले 24 घंटे के भीतर बदलाव करेंगे. इस बीच, प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने कहा है कि कोलंबो स्थित भारतीय उच्चायोग सहित देश में हमलों के बारे में पूर्व खुफिया सूचना थी. 


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उन्होंने हमलों के बारे में खुफिया सूचनाएं होने के बावजूद वीभत्स आत्मघाती धमाकों को रोकने में रक्षा बलों के नाकाम रहने के बाद यह बयान दिया.


ईस्टर में धमाकों के बाद पहला संबोधन
ईस्टर धमाकों के बाद पहली बार राष्ट्र को संबोधित करते हुए सिरीसेना ने रविवार के ईस्टर के ‘‘अप्रत्याशित’’ हमलों मे मारे गए लोगों के प्रति गहरा दुख जताया. उन्होंने कहा, ‘‘मैं अगले 24 घंटे के भीतर सुरक्षा प्रतिष्ठान में शीर्ष पदों पर बदलाव करने की उम्मीद कर रहा हूं.’’ 


आईएस ने ली हमलों की जिम्मेदारी
आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने मंगलवार को ईस्टर रविवार के दिन श्रीलंका के चर्चो और लक्जरी होटलों को निशाना बनाकर किए गए सिलसिलेवार बम विस्फोटों की जिम्मेदारी ली है. हमले में अबतक 10 भारतीय समेत 321 लोग मारे जा चुके हैं और 500 घायल हुए हैं. आईएस ने यह दावा ऐसे समय किया है जब देश ने कोलंबो से 40 किलोमीटर उत्तर नेगोंबो में सेंट सेबेस्टियन चर्च के समीप एक विशाल कब्र में कुछ मृतकों को दफनाया, जहां शोकाकुल लोग अपने आंसुओं को नहीं रोक सके.


आईएस की आधिकारिक समाचार एजेंसी अल-अमाक की ओर से मैसेजिंग एप के जरिए अरबी भाषा में जारी बयान के अनुसार, आत्मघाती हमलावर 'इस्लामिक स्टेट के लड़ाके' थे.