War in Gaza: दक्षिण अफ्रीका ने गाजा में जारी युद्ध में इजरायल 'नरसंहार कृत्यों' को अंजाम देते हुए अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में एक आवेदन दायर किया है. सीएनएन  की रिपोर्ट के मुताबिक अदालत ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. आईसीजे के अनुसार दक्षिण अफ्रीका ने अपने आवेदन में इजरायल पर 'नरसंहार कनवेंशन के तहत अपने दायित्वों का उल्लंघन' करने का आरोप लगाया है. उसने तर्क दिया है कि इजरायल की कार्रवाई का चरित्र नरसंहारक है जो कि गाजा में फिलिस्तीनियों को नष्ट करने के इरादे से प्रतिबद्ध है.


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गाजा के हमास-नियंत्रित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 7 अक्टूबर से गाजा में 21,507 से अधिक लोग मारे गए हैं. फ़िलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत एवं कार्य एजेंसी के अनुसार, मृतकों में कम से कम 308 लोग शामिल हैं जो संयुक्त राष्ट्र के आश्रय स्थलों में शरण लिए हुए थे.


इजरायल ने खारिज किए आरोप
इजरायल ने अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में दक्षिण अफ्रीका के दावों और केस को खारिज किया है. इजरायल ने विदेश मंत्रालय के माध्यम से कहा है कि दक्षिण अफ्रीका 'इजरायल राज्य के विनाश का आह्वान कर रहा है, और उसके' दावे में तथ्यात्मक और कानूनी आधार दोनों का अभाव है.


बयान में कहा गया है, 'इजरायल अंतरराष्ट्रीय कानून के प्रति प्रतिबद्ध है और इसके अनुसार कार्य करता है, और अपने सैन्य प्रयासों को केवल हमास आतंकवादी संगठन और हमास के साथ सहयोग करने वाले अन्य आतंकवादी संगठनों के खिलाफ निर्देशित करता है. गैर-शामिल लोगों को और मानवीय सहायता को गाजा पट्टी में प्रवेश की अनुमति देने के लिए.’


बयान में कहा गया है कि इसने 'आम लोगों को नुकसान सीमित करने और मानवीय सहायता को गाजा पट्टी में प्रवेश करने की अनुमति देने के लिए हर संभव प्रयास किया है.'


7 अक्टूबर को हमास के घातक आतंकी हमलों और लोगों के अपहरण के जवाब में, इजरायल की हवाई बमबारी और गाजा पर जमीनी आक्रमण ने घनी आबादी वाली तटीय पट्टी में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है, जिस पर सहायता समूहों और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने नाराजगी जताई है.


इजरायली सेना ने अभियान विस्तार की बात कही
रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका की अंतरराष्ट्रीय अदालत में आवेदन तब दाखिल किया गया है जब जब इजरायल की सेना ने शुक्रवार को कहा कि वह दक्षिणी गाजा में अपने अभियान का विस्तार कर रही है.


दक्षिण अफ्रीका के अंतर्राष्ट्रीय संबंध और सहयोग विभाग द्वारा शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा गया, 'गाजा पट्टी पर बल के अंधाधुंध इस्तेमाल और निवासियों को जबरन हटाने के कारण वर्तमान इजरायली हमलों में फंसे नागरिकों की दुर्दशा से दक्षिण अफ्रीका गंभीर रूप से चिंतित है. इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय अपराधों की लगातार रिपोर्टें आ रही हैं, जैसे कि मानवता के खिलाफ अपराध और युद्ध अपराध.'


आईसीजे के अनुसार, दक्षिण अफ्रीका और इज़राइल दोनों नरसंहार कन्वेंशन के पक्षकार हैं, जिसे विश्व न्यायालय के रूप में भी जाना जाता है और संयुक्त राष्ट्र का प्रमुख न्यायिक अंग है.