Swami Nitayanda: नित्यानंद ही नहीं, इन लोगों ने भी बनाया है अलग देश; एक की आबादी सिर्फ 27 लोगों की
Swami Nitayanda कोई पहला शख्स नहीं है, जिसने अलग देश बनाने का दावा किया है, इससे पहले भी कई लोग अलग-अलग देश बनाने का दावा कर चुके हैं, कौन हैं वो लोग आइए जानते हैं.
Micronations: स्वामी नित्यानंद अपने तथाकथित देश कैलासा को लेकर इन दिनों सूर्खियों में है. नित्यानंद इस देश की नागरिकता बांट रहा है. हालांकि नित्यानंद कोई पहला शख्स नहीं है, जिसने इस तरह के अलग देश बनाने का दावा किया है, इससे पहले भी कई लोग अलग-अलग देश बनाने का दावा कर चुके हैं, कौन हैं वो लोग आइए जानते हैं.
विट जेडलिका ने 13 अप्रैल 2015 को अपना अलगा देश Liberland बनाने की घोषणा की थी. ये क्रोएशिया और सर्बिया के बीच डेन्यूब नदी के किनारे स्थित है. दो देशों की लड़ाई में एक नो मैंस लैंड बना था. विट जेडलिका ने इसे एक अलग छोटा देश बना दिया. इस देश की आबादी की बात करें तो ये ढाई लाख के आसपास है. यहां के लोगों पर टैक्स, प्रॉपर्टी के कानून और नागरिक अधिकार लागू होते हैं.
सीलैंड- ये इंग्लैंड के तट पर बसा है. इसे एचएम फोर्ट रफ्स नाम के एक पूर्व सैनिक ने बसाया. ये दो पिलर्स पर टिका हुआ देश है. सेकंड वर्ल्ड वार के दौरान ये एक एंटी-एयरक्राफ्ट प्लेटफॉर्म के रूप में तैयार हुआ था. ब्रिटिश नेवी ने इसे साल 1966 में खाली कर दिया था. इसके बाद फोर्ट राफ्स ने इसे अलग देश घोषित कर दिया. यहां पर 27 लोग रहते हैं.
Glacier Republic: चिली और अर्जेंटीना के बीच स्थित एक इलाके को देखकर ग्रीनपस के पर्यावरण एक्टिविस्ट्स ने साल 2014 में इसे अलग देश घोषित कर दिया. यह चिली गणराज्य के सभी ग्लेशियरों पर दावा करता है. उन्होंने पासपोर्ट और नागरिकता प्रमाणपत्र जारी किए हैं, और एक ग्लेशियर रिपब्लिक सॉकर टीम भी स्थापित की है, हालांकि उन्होंने कोई मैच नहीं खेला है.
Principality of Pontinha मदीरा द्वीप के एक टापू पर स्थित एक छोटा देश है. छोटा किला, जो लगभग एक बेडरूम के घर के आकार का है. यह छोटा देश बाहरी लोगों के अनुकूल है. ये देश साल पुर्तगाल के राजा कार्लोस-I ने 1903 में बेच दिया था. 2000 में इसे एक स्कूल टीचर रेनाटो डी बैरोस ने खरीदा और अलग देश के रूप में घोषित कर दिया.
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