World News in Hindi: पोलैंड के एक जंगल में दूसरे विश्व युद्ध के अवशेषों की खोज करने गए तीन लोगों के हाथ खाजना लग गया. मियामी हेराल्ड के अनुसार खजाने की यह खोज स्जेस्किन के पास एक जंगली इलाके में लुकाज इस्टेल्स्की और उनके साथ दो अन्य लोगों ने की.


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ये तीनों स्जेस्किन एक्सप्लोरेशन ग्रुप एसोसिएशन से जुड़ें हैं और इन्होंने मेटल डिटेक्टरों की मदद से जमीन में दबे सोने के सिक्कों का पता लगाया.


काफी अच्छी हालत में मिले सिक्के
सोने के ये सिक्के जमीन से 6 से 8 इंच नीचे दबे हुए थे. स्जेस्किन एक्सप्लोरेशन ग्रुप एसोसिएशन ने 5 नवंबर को खजाने के मिलने की जानकारी और तस्वीरें फेसबुक पर पोस्ट की. तस्वीरों में सिक्के काफी अच्छी हालत में नजर आ रहे हैं. इनमें 1903 का 20 डॉलर का सोने का एक सिक्का भी दिखाई पड़ता है. 


पौलेंड के द साइंस की ओर से 7 नवंबर को जारी एक प्रेस रिलीज में इस्टेल्स्की ने बताया कि उन्हें एक मेटल का डिब्बा मिला.  कैन आसानी से टूट गया और उसके अंदर से ढेरों सोने के सिक्के बाहर गिर गए.



 


अमेरिकन गोल्ड एक्सचेंज के अनुसार, ये सिक्के ‘वास्तव में काफी दुर्लभ’ हैं और 1933 से पहले के हैं. एक्सचेंज के मुताबिक ये सिक्के 1800 से 1900 के बीच काफी इस्तेमाल किए जाते है. अधिकारियों ने कहा कि खजाना सरकार को दिया जाएगा.


सोने के रहस्य से नहीं उठा पर्दा
यह सोना स्जेस्किन के पास के जंगल तक कैसे पहुंचा इसका पता नहीं चल सका है. इस्टेल्स्की को संदेह है कि यह विश्व युद्ध गतिविधि से जुड़ा हो सकता है. 


स्किन जर्मन बॉर्डर के करीब हैं. बता दें 1 सितंबर 1939 को जर्मनी, स्लोवाक रिपब्लिक और सोवियत रिपब्लिक ने मिलकर पोलैंड पर आक्रमण कर दिया था. इस घटना को दूसरे विश्व युद्ध की शुरुआत के तौर पर देखा जाता है. पोलैंड इस हमले के सामने नहीं टिक सका था और उसकी हार हुई थी. पोलिश क्षेत्र जर्मनी लिथुआनिया, सोवियत संघ और स्लोवाकिया के बीच विभाजित कर दिया गया.