ईरान ने मंगलवार को इजरायल पर बैलेस्टिक मिसाइल से हमला कर दिया. इसके बाद इजरायल ने ईरान को खुली चेतावनी दी है, जिसके बाद मिडिल ईस्ट में टेंशन बढ़ गई है. इस बीच तुर्की ने आतंक के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए इराक और सीरीया में 13 आतंकियों को मार गिराया है. तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि देश की सेना ने उत्तरी इराक और उत्तरी सीरिया में अभियान चलाकर 13 'आतंकवादियों' को ढेर कर दिया है.


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तुर्की ने इराक में 11 आतंकी किए ढेर


तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि उत्तरी इराक में तुर्की के ऑपरेशन क्लॉ-लॉक में प्रतिबंधित कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी (पीकेके) के 11 सदस्य मारे गए.
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में तुर्की ने देश की सीमा के पास उत्तरी इराक के मेतीना, जैप और अवाशिन-बसयान क्षेत्रों में पीकेके के ठिकानों को निशाना बनाने के लिए ऑपरेशन क्लॉ-लॉक शुरू किया था.


तुर्की ने सीरिया मे 2 आतंकियों को किया ढेर


मंत्रालय ने कहा कि उत्तरी सीरिया में एक अलग ऑपरेशन में तुर्की की सेना ने सीरियाई कुर्द पीपुल्स प्रोटेक्शन यूनिट्स (वाईपीजी) के दो सदस्यों को मार गिराया. मंत्रालय के अनुसार, वाईपीजी सदस्यों को तुर्की सेना के ऑपरेशन पीस स्प्रिंग क्षेत्र में देखा गया था. तुर्की अधिकारी अक्सर अपने बयानों में 'निष्प्रभावी' (न्यूट्रलाइज्ड) शब्द का प्रयोग यह दर्शाने के लिए करते हैं कि संबंधित 'आतंकवादियों' ने आत्मसमर्पण कर दिया, मारे गए या पकड़ लिए गए.


तुर्की सेना का ऑपरेशन


तुर्की सेना, पीकेके और वाईपीजी के ठिकानों को निशाना बनाने के लिए इराक और सीरिया में सीमा पार ऑपरेशन चला रही है. तुर्की सेना ने पड़ोसी देश के साथ अपनी सीमा पर वाईपीजी-फ्री जोन बनाने के लिए उत्तरी सीरिया में 2016 में ऑपरेशन यूफ्रेट्स शील्ड, 2018 में ऑपरेशन ओलिव ब्रांच, 2019 में ऑपरेशन पीस स्प्रिंग और 2020 में ऑपरेशन स्प्रिंग शील्ड शुरू किया था.


तुर्की, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ द्वारा आतंकवादी संगठन के रूप में सूचीबद्ध पीकेके ने तीन दशकों से अधिक समय तक तुर्की सरकार के खिलाफ विद्रोह किया है. तुर्की वाईपीजी समूह को पीकेके की सीरियाई शाखा के रूप में देखता है.
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस)