नई दिल्ली: कोरोना महामारी (Corona Pandemics) ने पूरी दुनिया को बदलकर रख दिया है. न सिर्फ ग्लोबल जियो पॉलिटिक्स (Geopolitics) और डिप्लोमेसी (Diplomacy) को बदला है, बल्कि कई देशों को कुछ ऐसे फैसले लेने में आसानी भी कल दी, जो वे सामान्य परिस्थितियों में नहीं कर सकते थे. ऐसा ही मामला है यूएई का, जहां यूएई सरकार ने पहले तो कोरोना मामलों को देखते हुए, फिर राष्ट्रीय सुरक्षा (National security) के नाम पर पाकिस्तान को बहुत बड़ा झटका दे दिया.


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यूएई ने पहले नहीं दिया था ऐसा झटका
यूएई (UAE) ने राष्ट्रीय सुरक्षा मजबूत करने के बहाने से पाकिस्तान  (Pakistan) समेत 13 देशों के नागरिकों की यूएई में एंट्री रोक दी और वर्क वीजा भी जारी कर बंद कर दिया है. इसमें अफगानिस्तान, सीरिया, यमन जैसे युद्ध में उलझे हुए देश भी शामिल हैं.


UAE ने पाकिस्तान समेत 13 देशों के नागरिकों को नए वीजा देने पर लगाया प्रतिबंध


अस्थायी रोक का बहाना!
यूएई ने अस्थायी तौर पर ये रोक लगाई है, लेकिन माना जा रहा है कि इससे पाकिस्तान की एक बड़ी आबादी को मुश्किलें झेलनी पड़ेंगी. क्योंकि पाकिस्तान से बड़ी संख्या में लोग यूएई रोजी रोटी कमाने के लिए जाते रहे हैं और वो बड़ी मात्रा में विदेशी मुद्रा भी पाकिस्तान भेजते हैं. इस लिस्ट में सोमालिया, इराक, तुर्की का भी नाम शामिल हैं. इस लिस्ट में ऐसे देशों के नाम ज्यादा हैं, जो सऊदी गुट का विरोध करते हैं. खासकर तुर्की.


पिछले सप्ताह से ही वीजा जारी करने पर रोक
पाकिस्तान सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि यूएई ने शुरू में तो कोरोना महामारी का बहाना लेकर ये कदम उठाया था, लेकिन अब मामला साफ हो चुका है. हालांकि सरकार ने कहा है कि वो यूएई के सामने पूरे मामले को उठाएगी.


सऊदी-यूएई की जेलों में बढ़े पाकिस्तानी कैदी
एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के नागरिक सऊदी और यूएई की जेलों में रिकॉर्ड संख्या में पहुंच चुके हैं. पिछले कुछ समय में इस तरह के मामलों में बढ़ोतरी आई है. पिचले कुछ समय में 1800 से ज्यादा पाकिस्तानी कैदी सऊदी अरब की जेलों में बंद हैं.


कोरोना काल में पाकिस्तानियों पर सबसे ज्यादा मार
कोरोना महामारी के दौर में यूं तो सभी देशों के नागरिकों ने यूएई में नौकरियां खोईं. लेकिन पाकिस्तान के सबसे ज्यादा 13000 से भी अधिक नागरिकों की नौकरी चली गई.