Man Battles Flesh Eating Disease: घर के अंदर अक्सर आपनी मकड़ी और मकड़ी के जाले देखे होंगे, लेकिन क्या कभी आपनी सोचा है कि एक मकड़ी के काटने से जान मुसीबत में पड़ सकती है. ऐसा ही मामला ब्रिटेन में आया है, जहां मकड़ी के काटने के बाद एक शख्स की तबीयत धीरे-धीरे खराब होने लगी. हालात ऐसे हो गए कि उसके शरीर का मांस सड़ने लगा और पेट में छेद हो गया. यूके के आइल्स ऑफ सिली के 59 साल निगेल हंट को मकड़ी के काटने के बाद धीरे-धीरे बड़ा घाव बन गया और शख्स को इमरजेंसी में अस्पताल में भर्ती होना पड़ा.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

निगेल हंट को मकड़ी ने पेट पर काटा, जो बाद में जानलेवा संक्रमण बन गया. हंट छुट्टियां मनाने के लिए मिस्र के शर्म अल-शेख में जाने वाले थे. इससे कुछ समय पहले एक मकड़ी ने उनके पेट पर काट लिया. शुरू में हंट को मकड़ी के काटने से बहुत चिंता नहीं हुई और वह बिल्कुल ठीक थे, जिस वजह से वह अपनी यात्रा पर निकल गए. एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद हंट की तबीयत बिगड़ने लगी.


मकड़ी काटने के बाद ऐसी हो गई हालत


मेट्रो यूके की रिपोर्ट के अनुसार, हंट ने अपनी यात्रा के दौरान अपने अनुभव के बारे में बात करते हुए बताया, 'एयरपोर्ट पर पहुंचने और चेक-इन से गुजरने के बाद हम डिपार्चर के लिए निकल पड़े. लेकिन इस समय अचानक सबकुछ बहुत जल्दी बिगड़ने लगा. डिपार्चर लाउंज में मैं अपने सिर को बैग पर रखकर सोता रहा.' आगे बात करते हुए हंट ने बताया, 'शर्म-अल-शेख पहुंचने पर अपना सामान रखा और बीमारी से निपटने के लिए कुछ एंटीबायोटिक्स या कुछ और दवा लेने के लिए फार्मेसी गया. उन्होंने कुछ दवाएं दीं, लेकिन आराम नहीं होने पर अगले दिन दवा लेने के लिए अस्पताल चला गया.'


डॉक्टरों ने पाया जानलेवा संक्रमण


जांच करने पर डॉक्टरों ने पाया कि काटने से नेक्रोटाइजिंग फेसिटिस हो गया है, जो जानलेवा मांस खाने वाला संक्रमण है. हंट ने स्थिति की गंभीरता का वर्णन करते हुए कहा, 'अगर मैं छह से 10 दिनों के भीतर जांच के लिए अस्पताल नहीं जाता, तो मैं मर चुका होता.' फिलहाल, हंट का अभी भी इलाज चल रहा है और उसे घर लौटने से पहले यह सुनिश्चित करना है कि संक्रमण न फैले. वह आइल्स ऑफ सिसिली के निवासियों को सतर्क रहने की सलाह देता है. हंट ने कहा, 'मुझे लगा कि आइल्स ऑफ सिसिली के सभी लोगों को सावधान रहने और मकड़ियों की जांच करने के लिए कहना ही सही होगा.'


हंट की पत्नी सैंड्रा ने कहा कि यह अनुभव बहुत ही दुखद रहा है. उन्होंने कहा, 'निगेल अभी भी बिना किसी एनेस्थेटिक के अपने खुले घाव को साफ करवाने और फिर से पैक करवाने के लिए अस्पताल जा रहा है. यह देखना भयानक है.' दंपति को उम्मीद है कि उनके अनुभव से जागरूकता बढ़ेगी और दूसरों को ऐसी चुनौतियों का सामना करने से रोका जा सकेगा.