Ukraine War: रूस की तरफ से यूक्रेन पर दागी गई उत्तर कोरियाई मिसाइलों में मिले अमेरिकी पुर्जे, बड़ा खुलासा
Russia Ukraine War: यूके बेस्ड संगठन कॉन्फ्लिक्ट आर्मामेंट रिसर्च (सीएआर), ने 2 जनवरी को खारकीव में यूक्रेनी बलों के खिलाफ रूस द्वारा इस्तेमाल की गई उत्तर कोरियाई बैलिस्टिक मिसाइल के अवशेषों की जांच की.
North Korean Missiles: यूक्रेन युद्ध में रूस द्वारा दागी गई मिसाइलों को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक एक्सपर्ट्स का कहना है कि यूक्रेन में रूस की तरफ से दागी गई उत्तर कोरियाई मिसाइलों में बड़ी संख्या में यूएस-बेस्ड कंपनियों से जुड़े कंपोनेंट्स शामिल थे.
यूके बेस्ड संगठन कॉन्फ्लिक्ट आर्मामेंट रिसर्च (सीएआर), ने 2 जनवरी को खारकीव में यूक्रेनी बलों के खिलाफ रूस द्वारा इस्तेमाल की गई उत्तर कोरियाई बैलिस्टिक मिसाइल के अवशेषों की जांच की. सीएआर संघर्षों में इस्तेमाल किए गए हथियारों की मूल सोर्स पर नजर रखता है.
‘नेविगेशन सिस्टम पर यूएस कंपनियों के निशान’
इस सप्ताह जारी सीएआर की एक रिपोर्ट में, कहा गया है कि मिसाइलों के नेविगेशन सिस्टम सहित इलेक्ट्रॉनिक घटकों की जांच की गई और पाया कि कई हाल ही में बनाए गए थे और उन पर यूएस कंपनियों के निशान थे.
रिपोर्ट में कहा गया है कि दस्तावेज़ में शामिल 75% कंपोनेंट्स यूएस कंपनियों से जुड़े थे. 16% यूरोप की कंपनियों से और 11% एशिया की कंपनियों से जुड़े थे.'
रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपोनेंट्स पर दिनांक कोड से संकेत मिलता है कि 2021 और 2023 के बीच तीन चौथाई से अधिक का उत्पादन किया गया था और मिसाइल को पिछले साल मार्च से पहले इकट्ठा नहीं किया जा सकता था.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?
प्रतिबंध एक्सपर्ट्स ने कहा कि वर्षों से अमेरिका ने उत्तर कोरिया की बैलिस्टिक मिसाइल और परमाणु हथियार कार्यक्रमों के लिए पार्टस और पैसा हासिल करने की क्षमता को प्रतिबंधित करने की कोशिश है लेकिन इसके बावजूद रिपोर्ट के खुलासे चौंकाने वाले नहीं है.
सीएआर ने कहा कि रिपोर्ट के निष्कर्षों बताते हैं कि कि कमर्शियल इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स के एक्सपोर्ट को कंट्रोल करना कितना मुश्किल है, और उत्तर कोरिया, रूस और ईरान जैसे देश इम्पोर्टिड टेक्नोलॉजी पर कितने निर्भर हैं.
‘उत्तर कोरिया प्रतिबंधों से बचने में माहिर’
एंथनी रग्गिएरो ने कहा, 'उत्तर कोरिया (और रूस और ईरान) फ्रंट कंपनियों और अन्य कोशिशों के जरिए संयुक्त राष्ट्र और अमेरिकी प्रतिबंधों से बचने में माहिर हैं.' रग्गिएरो वाशिंगटन के फाउंडेशन फॉर डिफेंस ऑफ डेमोक्रेसीज़ थिंक टैंक से जुड़े हैं और उन्होंने ट्रंप प्रशासन में उत्तर कोरिया पर प्रतिबंधों लगाने की कोशिशों निर्देशन किया था.
रग्गिएरो ने कहा, 'हालांकि अमेरिकी प्रतिबंध कागज पर मजबूत हैं, लेकिन प्रभावी होने के लिए प्रतिबंधों को लागू किया जाना चाहिए.' उन्होंने वाशिंगटन और उसके सहयोगियों को प्रतिबंध सूचियों को लगातार अपडेट करने और लागू करने पर खर्च करने की आवश्यकता पर बल दिया.
सीएआर ने कहा कि वह मिसाइल घटकों का पता लगाने और उन्हें उत्तर कोरिया की ओर मोड़ने के लिए जिम्मेदार संस्थाओं की पहचान करने के लिए इंडस्ट्री के साथ काम कर रही है, इसलिए उनके उत्पादन से जुड़ी कंपनियों की पहचान नहीं की जाएगी. इसने स्पेशल कंपोनेंट्स की पहचान भी नहीं की.
वाशिंगटन स्थित उत्तर कोरिया प्रोजेक्ट, 38 नॉर्थ के मार्टिन विलियम्स ने कहा कि अमेरिकी कंपनियों के बनाए गए कई कंपोनेंट्स ऑनलाइन या दुनिया भर के इलेक्ट्रॉनिक्स बाजारों में आसानी से उपलब्ध हैं.
विलियम्स ने कहा, 'उत्तर कोरिया इन्हें प्राप्त कर सकता है, यह बिल्कुल भी हैरानी की बात नहीं है, और मुझे नहीं लगता कि किसी ने कल्पना की थी कि प्रतिबंध आम घटकों के प्रवाह को रोकने में सक्षम होगा.'
बाइडेन प्रशासन ने क्या कहा?
अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि वॉशिंगटन उत्तर कोरिया को अपने हथियार कार्यक्रमों के लिए टेक्नोलॉजी प्राप्त करने से और रूस को ऐसे हथियार हासिल करने से रोकने के लिए एक्सपोर्ट कंट्रोल, प्रतिबंध और कानून प्रवर्तन कार्रवाइयों का उपयोग करता है.
एक प्रवक्ता ने कहा, ‘हम इन प्रयासों में अमेरिकी निजी क्षेत्र के साथ-साथ विदेशी सहयोगी और भागीदार राज्यों के साथ मिलकर काम करते हैं.’