US President Trump: अमेरिका के नए राष्‍ट्रपति के तौर पर शपथ लेने से पहले ही डोनाल्‍ड ट्रंप कई घोषणाएं कर चुके हैं. वे हमास-इजराइल, रूस-यूक्रेन में चल रहे युद्धों से लेकर अप्रवासियों से जुड़े मुद्दों, सेना में ट्रांसजेंडर की एंट्री समेत तमाम मुद्दों पर क्‍या कदम उठाएंगे, इस बारे में बता चुके हैं. अब ट्रंप ने शपथ लेकर बतौर राष्‍ट्रपति अपना दूसरा कार्यकाल शुरू करने से पहले प्रेस कॉन्‍फ्रेंस करके बाकायदा कई घोषणाएं कर दी हैं. ट्रंप ने अमेरिका और दुनिया से जुड़े कई अहम मामलों पर अपना एजेंडा साफ कर दिया है. इस एजेंडे में ट्रंप ने बताया है कि वह अमेरिकी सत्ता संभालने के बाद सबसे पहले किन चीजों पर फोकस करने वाले हैं. अमेरिका के फ्लोरिडा राज्‍य में ट्रंप ने अपने मार-ए-लागो रिसॉर्ट में पत्रकारों से बातचीत की है.


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ट्रंप एजेंडा के प्रमुख मुद्दे


मेक्सिको-कनाडा पर टैरिफ: ट्रंप ने अपनी हालिया प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में साफ कर दिया है कि वो कनाडा के साथ-साथ मेक्सिको पर 25 फीसदी टैरिफ लगाएंगे. वह अप्रवासियों को ना रोकने के कारण इन देशों से खासे नाराज हैं और इन देशों को तगड़ी आर्थिक चोट देंगे.


मेक्सिको की खाड़ी का नाम बदलेंगे: ट्रंप ने पहले अमेरिका की सबसे ऊंची चोटी डेनाली का नाम बदलकर मैकिनले करने का ऐलान कर दिया था. अब उन्होंने घोषणा की है कि वह मेक्सिको की खाड़ी का नाम बदलकर अमेरिका की खाड़ी करेंगे.


निवेश: अमेरिका को महान बनाना ट्रंप का प्रमुख चुनावी नारा रहा है. वे अमेरिका में निवेश बढ़ाने और रोजगार बढ़ाने के लिए काम करेंगे. इसे लेकर ट्रंप ने कहा है कि डैमक प्रॉपर्टीज (अमीराती संपत्ति विकास कंपनी) अमेरिका में 20 बिलियन डॉलर का नया निवेश करेगी.


खत्‍म होगा तेल और गैस ड्रिलिंग पर प्रतिबंध: ट्रंप ने ऐलान किया है कि वो गैस-तेल ड्रिलिंग पर लगे प्रतिबंध को तुरंत खत्‍म करेंगे. जबकि जो बाइडेन ने जलवायु एजेंडे को प्राथमिकता देते हुए कई इलाकों के समुद्र में तेल और गैस ड्रिलिंग पर प्रतिबंध लगा दिया था.


पनामा और ग्रीनलैंड पर सैन्‍य कार्रवाई: पनामा नहर और ग्रीनलैंड पर सैन्य कार्रवाई को लेकर ट्रंप ने कहा है कि अभी उनके साथ चर्चा चल रही है लेकिन उन्‍होंने इन पर नियंत्रण पाने के लिए सैन्य बल का प्रयोग करने की संभावना से इनकार भी नहीं किया है.


अपने समर्थकों देंगे क्षमादान: ट्रंप ने एक आश्‍चर्यजनक फैसला भी किया है वे 2021 में कैनिटल हिल में हिंसा करने वाले अपने समर्थकों को क्षमादान देंगे. बता दें कि जब ट्रंप, बाइडेन से चुनाव हार गए थे, तब उनके समर्थकों ने अमेरिकी संसद कैपिटल हिल पर धावा बोल दिया था और जमकर उत्‍पात मचाया था.


हमास को कड़ी चेतावनी: वहीं हमास को खुली चेतावनी देते हुए ट्रंप ने दोहराया है कि यदि हमास उनके पदभार ग्रहण करने तक इजराइली बंधकों को नहीं छोड़ता है तो बहुत नुकसान हो सकता है. 20 जनवरी की डेडलाइन देते हुए ट्रंप ने कहा है कि इसके बाद सब कुछ बिगड़ जाएगा.