मक्का-मदीना के बीच ऐसी सड़क, जहां सबकुछ चलता है उलटा? बिना स्टार्ट किए ऊपर चढ़ने लगती है कार
Wadi E Jinn in Saudi Arabia: सऊदी अरब के दो सबसे पवित्र शहर मक्का और मदीना के बीच एक ऐसी सड़क मौजूद है, जिसको लेकर दावा किया जाता है कि यहां गाड़ियां अपने आप ही ऊपर की तरफ चढ़ने लगती हैं. दावा है कि यहां ढलान वाला रोड होने के बावजूद यहां गाड़ियां नीचे जाने की बजाए ऊपर की तरफ अपने-आप चलती हैं.
Wadi E Jinn: दुनियाभर में कई हैरान कर देने वाली चीजें मौजूद हैं, जो कुदरत के बनाए गए सिस्टम के विपरीत काम करती हैं. आज हम आपको एक ऐसी ही हैरान कर देने वाली जगह के बारे में बताने जा रहे हैं. यह जगह इस्लाम के लिए सबसे पवित्र जगह सऊदी अरब के दो सबसे अहम शहरों मक्का और मदीना के बीच है. इस जगह का जिक्र इस्लामिक किताबों में भी किया गया है. मदीना से लगभग 35 किलोमीटर दूर इस जगह को आम तौर पर 'वादी जिन्न' कहा जाता है. जबकि इस जगह का दूसरा नाम 'वादी अल बैदा' (Wadi Al Baida) भी है.
ढलान की बजाए ऊपर की तरफ चलता है सबकुछ
'वादी अल बैदा' या 'वादी जिन्न' के अनगिनत वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर मिल जाएंगे. इन वीडियोज में किए जाने वाले दावे काफी हैरान करते हैं. वीडियो में देखें तो इलाका उजड़ा हुआ सा लगता है. आस पास पहाड़ मौजूद हैं और इन पहाड़ों के बीच में से एक बेहतरीन सड़क भी मौजूद है जो इस्लामिक नज़रिए सबसे पवित्र दो शहरों 'मक्का' और 'मदीना' को आपस में जोड़ती है. इस सड़क को लेकर दावा किया जाता है कि यह ढलान वाला रोड है और गाड़ियां, बाइक या फिर कोई भी चलने या लुढ़कने वाली चीज आसानी से अपने आप चलने लगती है. लेकिन हैरानी तब होती है जब यह चीजें विपरीत दिशा यानी ठलान से नीचे की तरफ नहीं बल्कि ऊपर की तरफ चलती हैं.
विपरीत दिशा में दौड़ती हैं गाड़ियां
इस जगह आए रोज टूरिस्ट मौजूद होते हैं और वो इस कारनामे को कैमरे में कैद करते हुए दिखाई देते रहते हैं. कहा जाता है कि जब आप कार को मदीना शहर की तरफ मोड़ते हैं तो कार अपने आप तेज रफ्तार से चलने लगती है और इसकी रफ्तार 130 किमी प्रति घंटा तक होने का दावा किया जाता है. इसके अलावा जब आप इस सड़क पानी डालते हैं तो पानी नीचे की तरफ जाने के बजाए ऊपर तरफ चढ़ने लगता है. कुछ लोगों का कहना है कि यह कुदरत का करिश्मा है और जिन्नों की ताकत है, जो इस कारनामे को अंजाम दे रही है.
एक्सपर्ट्स की क्या है राय?
जंग न्यूज के मुताबिक पुरातत्वविदों और भूगोल से संबंध रखने वाले माहिरों का कहना है कि यह भ्रम फैलाने वाले दावे हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि गुरुत्वाकर्षण की विपरीत दिशा में होने वाली हलचल की गहनता से जांच की गई. जांच के बाद पता चला कि इन जगहों पर गुरुत्वाकर्षण की कोई कमी नहीं है बल्कि ये चीजें नजर का धोखा हैं. भूवैज्ञानिकों का कहना है कि देखने पर हमें ऐसा लगता है कि गाड़ियां नीचे से ऊपर की तरफ जा रही हैं लेकिन यह महज एक नजर का धोखा है. उनका कहना है कि जिस तरह रेगिस्तान में एक मुसाफिर मृगतृष्णा (Mirage, वह रेत जो गर्मियों में दूर से पानी की तरह चमकती है और प्यासे उसे पानी समझकर उसकी तरफ दौड़ते हैं) समझते हैं.
क्या कहते हैं इस्लामिक स्कॉलर?
जबकि एक इस्लामिक स्कॉलर एडवोकेट सैय्यद फैयाज ने इससे संबंधित सवाल का जवाब देते हुए कहा,'दुनिया में कई ऐसी स्पेशल जगहें हैं जहां पर मैग्नेटिक जोन्स हैं और वादी जिन्न भी एक ऐसी ही जगह है.' उनका कहना है,'जो चीज मेटल की होती है वो मैग्नेटिक वेव्स की तरफ चलने लगती है.' सैय्याद फैयाज के मुताबिक,'गाड़ी क्योंकि भारी लोहे की होती है, इसलिए वो मैग्नेटिक वेव्स की तरफ तेजी के साथ दौड़ने लगती है.' उन्होंने बताया कि इसी तरह की एक जगह पाकिस्तान में भी मौजूद है.
Declaimer: यह खबर इंटरनेट पर मौजूद जानकारियों पर आधारित है, इस जगह (वादी-ए-जिन्न) को लेकर ZEE NEWS किसी भी तरह के दावे की पुष्टि नहीं करता है.