WATCH: गाजा के सबसे बड़े अस्पताल में मिली सुरंग, इजरायल का दावा
Israel Hamas War: इजरायली स्पेशल फोर्सेज अल-शिफा परिसर के अंदर आंगन के बीच में स्थित एक शाफ्ट में प्रवेश करने का दावा किया है. आईडीएफ का दावा है कि शाफ्ट एक सुरंग की ओर जाता है.
World News in Hindi: इजरायली रक्षा बल (आईडीएफ) ने शुक्रवार को एक वीडियो शेयर करते हुए दावा किया कि गाजा के सबसे बड़े अस्पताल के नीचे एक ‘आतंकवादी सुरंग’ मिली है. अल-शिफा अस्पताल, घिरे हुए फिलिस्तीनी एन्क्लेव में सबसे बड़ा है, क्षेत्र के निवासियों के लिए लाइफ लाइन का काम करता है. बता दें इजरायल ने यह दावा करता रहा है कि अस्पताल का इस्तेमाल हमास एक ऑपरेशनल हेडक्वार्टर के रूप में करता है.
वीडियो में, इजरायली स्पेशल फोर्सेज अल-शिफा परिसर के अंदर आंगन के बीच में स्थित एक शाफ्ट में प्रवेश करने का दावा किया है. आईडीएफ का दावा है कि शाफ्ट एक सुरंग की ओर जाता है जो कॉरिडोर तक खुलता है.
वीडियो में आईडीएफ की एक अधिकारी ने कहती है, ‘स्पेशल फोर्सेज की सुरक्षा में हम अंदर गए क्योंकि हमें एक गोदाम से होकर गुजरना था, जहां बहुत सारा गोला-बारूद, बंदूकें और विस्फोटक मिले, जिन्हें खत्म करने की जरूरत थी.’
आईडीएफ अधिकारी दावा करती है, ‘पहली बार जब हमारी सेना शिफा परिसर में दाखिल हुई, तो वे एक बम-सूंघने वाले कुत्ते के साथ अंदर गए और उन्हें गोला-बारूद से भरा एक ट्रक मिला.’
आईडीएफ अधिकारी ने कहा, ‘शाफ्ट में उतारे गए विशेष उपकरणों के इस्तेमाल से आगे की जांच से पता चला कि यह 10 मीटर गहरा शाफ्ट था जो गलियारे की ओर जाता था. गलियारे के अंत में टॉप पर एक शूटिंग होल के साथ एक ब्लास्ट-प्रूफ दरवाजा था. यह सुनिश्चित करने के बाद कि सभी रक्षा तंत्र सुरक्षित रूप से नष्ट कर दिए गए, हमारी सेना ने दरवाजा खोला, जिससे परिसर में गहराई तक जाने वाला एक और दरवाजा खुला.’
अल-शिफा अस्पताल के हेड गिरफ्तार
बात दें कल रात, अल-शिफा अस्पताल के प्रमुख को इजरायल ने गिरफ्तार कर लिया. अस्पताल के निदेशक मोहम्मद अबू सल्मिया गाजा पर बार-बार इजरायली हवाई हमलों के बाद अल-शिफा अस्पताल के अंदर की स्थितियों को लेकर मुखर रहे हैं.
दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर लगाया प्रचार युद्ध छेड़ने का आरोप
बता दें 7 अक्टूबर के हमलों के बाद क्षेत्र में अराजकता फैलने के बाद से इजरायली सेना और हमास दोनों ने एक-दूसरे पर ‘प्रचार युद्ध’ छेड़ने का आरोप लगाया. जहां एक ओर विनाश के प्रामाणिक फुटेज और प्रत्यक्ष विवरण बड़े पैमाने पर वायरल हुए. वहीं लोगों द्वारा गलत सूचना प्रसारित करने और असंबंधित घटनाओं के वीडियो को गलत तरीके से पेश करने की भी घटनाएं सामने आई हैं.
जी न्यूज इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
(फोटो साभार: - @IDF)