Ukraine War: यूक्रेन-रूस युद्ध में धोखे से भेजे जाने के बाद दो भारतीयों की मौत के होने पर एक भारतीय शख्स की भूमिका को लेकर सवाल उठ रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इस शख्स की पहचान फैसल अब्दुल मुतल्लिब खान (Faisal Abdul Mutallib Khan) के रूप में की गई है, जो एक भर्ती एजेंसी और Baba Vlogs नाम का एक लोकप्रिय यूट्यूब चैनल चलाता है.


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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार फैसल ने कथित तौर पर कई भारतीय लोगों को रूसी सेना में गैर-लड़ाकू  (Non-Combat ) कैटेगरी में जॉब देने का वादा करके रूस भेजा. हालांकि, उनमें से कई को बाद में युद्ध में धकेल दिया गया.


इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक सितंबर 2023 में यूट्यूब पर अपलोड किए गए एक वीडियो में फैसल को सेंट पीटर्सबर्ग की सड़कों पर चलते हुए रूसी सेना में शामिल होने के फायदे बताते सुना जा सकता है. वह कहता है, ‘(रूसी) सेना में शामिल होने का मेन फायदा यह है कि आपको एक विशेष सरकारी कार्ड मिलेगा जो यह सुनिश्चित करेगा कि आपको हर जगह प्राथमिकता मिले. इस कार्ड के आधार पर आप शेंगेन वीजा और यहां तक कि स्थायी निवास के लिए भी आवेदन कर सकते हैं. यहां की सरकार का मानना है कि इस समय मदद करने वाले सभी लोगों को लाभ दिया जाना चाहिए. यह आपको स्थायी निवास देगा.'


फैजल ने कथित तौर पर रूसी सेना में सहायक भूमिकाओं में नौकरी का वादा करके बड़ी संख्या में भारतीयों को रूस भेजा. उनमें से एक मोहम्मद अफसान भी थे, जो यूक्रेन में युद्ध में मारे गए.


फैसल ने 35 लोगों को रूस भेजने की बात मानी 
रिपोर्ट के मुताबिक फैसल खान एक मैनपावर कंसल्टेंसी फर्म चलाता है, जो कई देशों में कर्मचारी उपलब्ध कराती है. उसकी उम्र लगभग 30 वर्ष के बीच है.


फैसल खान ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उन्होंने 35 लोगों को रूस भेजा. उसका कहना है कि रूस में संचालकों का कहना था कि इन लोगों को फ्रंट लाइन पर तैनात नहीं किया जाएगा. उसका दावा है कि वह खुद पीड़ित हैं.


फैसल खान ने दावा किया कि उसने इन लोगों को वापस लाने की कोशिश की. साथ ही उसने यह भी कहा कि इन लोगों के रूस पहुंचने के बाद जो हुआ वह उसके कंट्रोल से बाहर था.


खान ने कहा, ‘कॉन्ट्रैक्ट में नौकरी से जुड़े जोखिमों को स्पष्ट रूप से समझाया गया है. हालांकि उन्हें फ्रंट लाइन पर तैनात नहीं किया जाना था लेकिन युद्ध क्षेत्र में मिलिट्री वर्क से जुड़े होने के जोखिम तो शामिल होते हैं.’


खान ने कहा कि अगर उसका इरादा इन लोगों को धोखा देने का होता तो वह कोई निशान नहीं छोड़ता. फैसल कहा कि उसने रूस से जुड़े अपने वीडियो नहीं हटाए हैं क्योंकि वह दोषी नहीं हैं.


मुंबई के दादर का रहने वाला है फैसल 
फैसल मुंबई के दादर का रहने वाला है. वह 2008 में दुबई गया, जहां उसने सेल्समैन के रूप में काम किया. उसने 2016 में अपनी कंसल्टेंसी बाबावलॉग्स शुरू की.


रिपोर्ट के मुताबिक फैसल 2018 में एक विवाद में फंस गया था जब मुंबई के एक 23 वर्षीय व्यक्ति, (जिसे फैसल ने दुबई भेजा था), ने अपने परिवार को सूचित किया कि उसने इस्लाम धर्म अपना लिया है. उस समय एटीएस ने खान से उस व्यक्ति के धर्म परिवर्तन के बारे में पूछताछ की थी, हालांकि कोई मामला दर्ज नहीं किया गया था.


यूट्यूब पर फैसल के लाखों फॉलोअर्स
यूट्यूब पर फैसल के तीन लाख फॉलोअर्स हैं. उसने अपना आखिरी वीडियो 8 जनवरी को पोस्ट किया था जिसमें वह न्यूजीलैंड की  विजिट वीजा के बारे में बात कर रहा है.


इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, उसने जुलाई 2023 से रूस में नौकरियों को बढ़ावा देना शुरू किया. उसने कहा कि रूसी सेना के लिए काम करने वालों को तीन महीने की ट्रेनिंग के बाद ₹40000 से ₹1 लाख तक वेतन मिलेगा. फैसल ने वीडियो में दावा किया कि सेना को ध्वस्त इमारतों को हटाने, हथियारों और गोला-बारूद की देखभाल के लिए लोगों की जरुरत है. उसने यह भी दावा किया कि इसमें कोई जोखिम शामिल नहीं होगा और उसने प्रस्तावित नौकरियों की सुरक्षा को व्यक्तिगत रूप से वेरिफाई किया है.


 


(Photo courtesy: @BabasVlogschannel)