कौन थीं भारतीय मूल की लालजावमी फ्रैंककॉम, जिनकी इजरायल हमले में हुई मौत
Israel Hamas War: इजरायली सेना ने मंगलवार को भी गाजा में हवाई हमले किए, जिसमें भारतीय मूल की महिला लालजावमी फ्रैंककॉम समेत `वर्ल्ड सेंट्रल किचन` के छह अंतरराष्ट्रीय सहायताकर्मियों की मौत हो गई.
Who is Lalzawmi Frankcom: इजरायल और हमास के बीच पिछले 6 महीने से युद्ध जारी है और इजरायली सेना लगातार गाजा में हमले कर रही है. इजरायली सेना ने मंगलवार को भी गाजा में हवाई हमले किए, जिसमें 'वर्ल्ड सेंट्रल किचन' के 7 अंतरराष्ट्रीय सहायताकर्मियों की मौत हो गई. इजराइल द्वारा गाजा में किए गए हवाई हमले में एक भारतीय मूल की महिला लालजावमी फ्रैंककॉम की भी मौत हो गई, जिसकी मां मिजोरम की रहने वाली हैं. मरने वालों में ऑस्ट्रेलिया, पोलैंड, ब्रिटेन, फिलिस्तीन, अमेरिका और कनाडा के नागरिक भी शामिल हैं.
कौन थीं लालजावमी फ्रैंककॉम?
रिपोर्ट के अनुसार, लालजावमी फ्रैंककॉम के पिता ऑस्ट्रेलियाई और मां मिजोरम की रहने वाली हैं. फ्रैंककॉम युद्धग्रस्त उत्तरी गाजा के लोगों को राहत और खाना पहुंचाने के मिशन पर काम कर रही थीं. इस दौरान सोमवार देर रात इजरायली सेना ने उनके काफिले पर हवाई हमले किए, जिसमें उनकी मौत हो गई. ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने मारे गए लोगों में 43 वर्षीय फ्रैंककॉम की मौत की पुष्टि की है. इसके साथ ही उन्होंने इजराइल सरकार से इस घटना की पूरी जिम्मेदारी लेने की मांग की है.
गाजा में अपनी मर्जी से काम कर रही थीं फ्रैंककॉम
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने बताया कि लालजावमी फ्रैंककॉम समेत वर्ल्ड सेंट्रल किचन के छह अंतरराष्ट्रीय सहायता कर्मी युद्धग्रस्त गाजा क्षेत्र में लोगों को राहत पहुंचाने के लिए अपनी मर्जी से काम कर रहे थे. यह स्वीकार नहीं किया जा सकता कि इस युद्ध में उन लोगों को मार दिया गया. हम इसके लिए पूर्ण जवाबदेही की मांग करते हैं.
लालजावमी फ्रैंककॉम के एक कजन ने बताया, 'हमारा दिल टूट गया है. हमें उस पर और दुनिया भर में जो उल्लेखनीय काम कर रही थी, उस पर बहुत गर्व है. पिछली बार जब वह मिजोरम आई थी तो उसने दूसरों की मदद करने और दुनियाभर में यात्रा करने के लिए अपना गहरा जुनून व्यक्त किया था.'
युद्ध के दौरान ऐसा होता है: बेंजामिन नेतन्याहू
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी स्वीकार किया कि ये हमला इजराइली बलों द्वारा किया गया था. इसके साथ ही उन्होंने डब्ल्यूसीके कार्यकर्ताओं की मौत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए दुख भी जताया है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यह युद्ध के दौरान होता है. साथ ही उन्होंने आश्वासन भी दिया कि उनकी सरकार सुनिश्चित करेगी कि ऐसा कुछ दोबारा न हो.