Bodybuilder Illia 'Golem' Yefimchyk: दुनिया के 'सबसे विशालकाय बॉडीबिल्डर' कहे जाने वाले बेलारूस के इलिया 'गोलेम' येफिमचिक की हार्ट अटैक से मौत हो गई. '340 पाउंड के जानवर' और म्यूटेंट के नाम से मशहूर गोलेम  6 फीट 1 इंच लंबा थे. उनकी छाती 61 इंच और बाइसेप्स 25 इंच थे. दिन में वह सात बार खाना खाते और 16,500 कैलोरी की डेली खपत करते. जिसमें 108 सुशी और 2.5 किलोग्राम स्टेक शामिल था.


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6 सितंबर को पड़ा दौरा
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, कथित तौर पर उसे 6 सितंबर को घर पर दिल का दौरा पड़ा, जबकि उसकी पत्नी अन्ना एम्बुलेंस का इंतजार करते हुए छाती पर दबाव डाल रही थी. बॉडीबिल्डर को हेलीकॉप्टर से अस्पताल ले जाया गया. उन्होंने किशोरावस्था में ही बॉडी बिल्डिंग की शुरुआत की थी, ताकि वे महान लोगों के पदचिन्हों पर चल सकें. पत्नी ने बेलारूसी स्थानीय मीडिया को बताया कि 'मैंने उस पूरे समय प्रार्थना की, उम्मीद थी कि इलिया ठीक हो जाएंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ. 'मैंने हर दिन उसके साथ बिताया यह उम्मीद करते हुए कि उसका दिल दो दिनों के बाद फिर से धड़कने लगेगा, लेकिन डॉक्टर ने मुझे भयानक खबर दी कि उसका मस्तिष्क मर चुका है.'


इलिया 'गोलेम' येफिमचिक की 36 साल की उम्र में मौत
इलिया 'गोलेम' येफिमचिक की 36 साल की उम्र में मौत के बाद उनकी पत्नी ने बताया कि मैं सभी को उनकी संवेदनाओं के लिए धन्यवाद देती हूं. यह महसूस करना बहुत ही दिल को छू लेने वाला है कि मैं इस दुनिया में अकेली नहीं रह गई हूं, और इतने सारे लोगों ने मेरी मदद और समर्थन की पेशकश की है.'


11 सितंबर को हुई मौत
रूसी अखबार कोमर्सेंट ने बताया कि 6 सितंबर को बॉडीबिल्डर को दिल का दौरा पड़ा और वह कोमा में चला गया. 11 सितंबर को उसकी मृत्यु की पुष्टि हुई है.  येफिमचिक ने 600 पाउंड बेंच प्रेस, 700 पाउंड डेडलिफ्ट और 700 पाउंड स्क्वैट्स को प्रभावशाली ढंग से उठाते थे. पेशेवर रूप से प्रतिस्पर्धा नहीं करने के बावजूद वह सोशल मीडिया पर 300,000 से अधिक इंस्टाग्राम फॉलोअर्स के साथ फेमस था. बेलारूसी मीडिया ने बताया कि वह हमेशा अर्नोल्ड श्वार्जनेगर जैसी छाती और बाइसेप्स रखना चाहता था. वह बेलारूस में रहता था, उसके बाद चेक गणराज्य, अमेरिका और दुबई में रहने लगा था.


स्कूल में 70 किलो था वजन
बेलारूस में स्कूल के दिनों में उसका वजन कथित तौर पर 70 किलोग्राम था और वह एक भी पुश अप नहीं कर सकता था. तभी तो बॉडीबिल्डर 'गोलेम' कहता था  'मेरा परिवर्तन वर्षों के कठिन प्रशिक्षण और अनुशासन का परिणाम है, जो व्यायाम शरीर विज्ञान और पोषण की समझ के साथ जुड़ा हुआ है,' उन्होंने कहा था। 'मेरा मिशन लोगों में काम करने की नैतिकता पैदा करना है ताकि वे अपने डर पर काबू पा सकें और खुद की और अपने आस-पास के लोगों की बेहतरी के लिए आत्मविश्वास से काम कर सकें.'

380 पाउंड तक वजन था लक्ष्य
2020 में मस्कुलर डेवलपमेंट से बात करते हुए उन्होंने कहा था उन्होंने महान लोगों के नक्शेकदम पर चलने की इच्छा के साथ एक किशोर के रूप में अपनी बॉडीबिल्डिंग यात्रा शुरू की. उन्होंने कहा, 'मैं बस इतना जानता था कि मैं अर्नोल्ड श्वार्जनेगर जैसी छाती और बाइसेप्स चाहता था.' मरने से पहले उनका लक्ष्य 380 पाउंड तक वजन में पहुंचना था.