नई दिल्ली: Aaj Ka Panchang 18 June 2022: आज शनिवार है. आज शनिदेव पर तेल चढ़ाने का विधान है. आज पीपल की जड़ में जल देना भी मंगलकारी होता है. इससे कर्ठ ग्रहदोष मिटते है और जीवन में परेशानियां कम होती है. आज शनिदेव की प्रतिमा पर सरसो का तेल अर्पित करना चाहिए.


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आज का पंचांग


आषाढ़ - कृष्ण पक्ष- पंचमी तिथि - शनिवार
नक्षत्र- श्रवण नक्षत्र
महत्वपूर्ण योग- वैधृति योग


चन्द्रमा का मकर के उपरांत कुंभ राशि पर संचरण


आज का शुभ मुहूर्त- सर्वार्थ सिद्ध योग 7.38 बजे तक
राहु काल- 09.06 बजे से 10.47 बजे तक


त्योहार
वृषभ में शुक्र प्रवेश कर रहे है 8:16 पर, साथ ही महारानी झांसी की पुण्य तिथि भी है, 18 जून को ग्वालिर के पर अपने अंतिम युद्ध में उन्हें आज वीरगति प्राप्त हुई.


शास्त्रों में शनिदेव को न्याय का देवता बताया गया है. आपके जीवन के कर्मों का हिसाब शनिदेव के पास है. और आपके कर्म के अनुसार ही आपको उसका परिणाम भी देंगे. इसलिए कहा जाता है कि मनुष्य को अच्छे कर्म करना चाहिए. क्योंकि यहां अच्छा और बुरा दोनों कर्मो का परिणाम आपको ही भोगना है.


नवग्रह में शनि एकमात्र ऐसे ग्रह हैं, जिनसे लोग सबसे ज्यादा भय खाते हैं. ज्योतिषशास्त्र के खगोल खंड अनुसार शनि सौरमंडल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है. शास्त्रनुसार शनि को पापी ग्रह माना गया है. शनि को मारक, अशुभ व दुख का कारक माना जाता है.


शास्त्र उत्तर कालामृत के अनुसार शनि कमजोर स्वास्थ्य, बाधाएं, रोग, मृत्यु, दीर्घायु, नंपुसकता, वृद्धावस्था, काला रंग, क्रोध, विकलांगता व संघर्ष का कारक ग्रह माना गया है. वास्तविकता में शनि ग्रह न्यायाधीश है जो प्रकृति में संतुलन पैदा करता है व हर प्राणी के साथ न्याय करता है. जो लोग अनुचित विषमता व अस्वाभाविकता और अन्याय को आश्रय देते हैं, शनि केवल उन्हीं को प्रताड़ित करता है.


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