नई दिल्लीः Aaj Ka Panchang Papankusha Ekadashi 2022 आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पापांकुशा एकादशी के नाम से जाना जाता है. आज पापांकुशा एकादशी है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पापरूपी हाथी को व्रत के पुण्यरूपी अंकुश से भेदने के कारण इस तिथि का नाम पापांकुशा एकादशी पड़ा. इस दिन मौन रहकर भगवान विष्णु की आराधना करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है.


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बैकुंठ धाम जाता है व्रती
मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु की विधिवत पूजा-अर्चना करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस व्रत से एक दिन पहले दशमी के दिन गेहूं, उड़द, मूंग, चना, जौ, चावल और मसूर का सेवन नहीं करना चाहिए. इस व्रत के प्रभाव से व्रती बैकुंठ धाम जाता है. यह पूजा भगवान विष्णु को समर्पित है.


कार्यों में मिलती है सिद्धि
यह व्रत मोक्ष का मार्ग खोलता है. शास्त्रों के अनुसार, इस व्रत की कथा पढ़ने और सुनने से जीवन में किए गए पापों का नाश हो जाता है. इस व्रत में रात के वक्त सत्यनारायण भगवान का कीर्तन करना लाभकारी माना जाता है. इसे करने से कार्यों में सिद्धि मिलती है. यदि आप भगवान श्री हरि की भक्ति अर्चना कर उन्हें प्रसन्न करना चाहते है तो आप पापांकुशा एकादशी की व्रत कथा पढ़ सकते हैं.


आज का पंचांग
अश्विन - शुक्ल पक्ष - एकादशी तिथि 09.40 बजे तक, इसके उपरांत द्वादशी तिथि - गुरुवार
नक्षत्र- धनिष्ठा नक्षत्र
महत्वपूर्ण योग - शूल योग


चंद्रमा का मकर के उपरांत कुंभ राशि पर संचरण
आज का शुभ मुहूर्त - 11.51 बजे से 12.38 बजे तक
राहु काल- 01.42 बजे से 03.10 बजे तक


त्योहार - पापाकुंशा एकादशी


गुप्त मनोकामना की पूर्ति के लिए
आज पीले वस्त्र पर पांच पीले फूल, पीले चावल, और एक पीले रंग का फल रखकर भगवान विष्णु को अर्पित करते हुए अपनी मनोकामना का स्मरण करें. एक घी का दीपक जरूर प्रज्वलित करें.  


आचार्य विक्रमादित्य की भविष्यवाणी
ग्रहों की चाल का असर. विश्व स्तर पर फिर बढ़ेगा तनाव.


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