Bhaum Pradosh Vrat 2024: कब है भौम प्रदोष का व्रत, जानें इसकी व्रत कथा
Bhaum Pradosh Vrat Date and Vrat Katha: भौम प्रदोष का व्रत करने से भगवान शिव की कृपा दृष्टि बनी रहती है. इससे उनकी आयु लंबी होती है और व्रत करने वालों के घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है.
नई दिल्ली: Bhaum Pradosh Vrat Date and Vrat Katha: भगवान भोलेनाथ का प्रदोष व्रत रखने वालों के जीवन में खुशियां आने की संभावना बढ़ जाती है. माना जाता है कि जो ये व्रत रखते हैं, उनकी आयु लंबी होती है और उनके घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है. इसके लिए भौम प्रदोष व्रत रखा जाता है. यह व्रत अगले साल यानी 2024 में है. इसे करें से भगवान शिव खुश हो जाते हैं.
कब है भौम प्रदोष व्रत
अगले साल के पहल महीने में भौम प्रदोष व्रत दो बार है. भौम प्रदोष का पहला व्रत 9 जनवरी को है, जबकि दूसरा व्रत 23 जनवरी को है. 9 और 23 जनवरी को मंगलवार का दिन है. माना जाता है कि इस दिन भौम प्रदोष की व्रत कथा पढ़ने से भगवान शिव की कृपा बनी रहती है.
ये है भौम प्रदोष की व्रत कथा
एक नगर में एक भिक्षुक ब्राह्मणी अपने पुत्र के साथ रहा करती थी. वह प्रदोष का व्रत करती थी. त्रयोदशी तिथि के दिन वह गंगा स्नान करके आया. इस दौरान कुछ लुटेरों ने उसका सामान लूट लिया. फिर राजा के सिपाही आए और उसे ही लूटेरा समझकर कारागार में डाल दिया. फिर भगवान शिव राजा के सपने में आए और उसे ब्राह्मणी के पुत्र को छोड़ने का आदेश दे दिया. राजा ने उसे छोड़ दिया और ब्राह्मणी से दान में कुछ मांगने के लिए कहा. इस पर ब्राह्मणी ने एक मुट्ठी धान मांगा. ब्राह्मणी के पुत्र ने कहा कि इस धान से उसकी मां भगवान शिव का भोग तैयार करेगी. यह सुनकर राजा प्रसन्न हुए. उन्होंने ब्राह्मणी के पुत्र को खुद का सलाहकार बना लिया. इसके बाद ब्राह्मणी और उसके पुत्र का जीवन बदल गया. इसके बाद लोग त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत रखने लगे.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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