नई दिल्ली: Budhwar Puja: हिंदू धर्म की मान्याओं के अनुसार हफ्ते का प्रत्येक दिन अलग-अलग देवताओं को समर्पित है. बुधवार का दिन भी बड़ा खास होता है और इस दिन भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है. इस दिन बड़ी ही श्रद्धा के साथ उनकी पूजा-अर्चना और व्रत भी करते हैं. कहा जाता है कि इस दिन व्रत करने के कई लाभ हैं. आइए जानते हैं बुधवार को व्रत करने की विधि और इससे मिलने वाले लाभ क्या-क्या है. 
 
बुधवार के व्रत की पूजा विधि
बुधवार के व्रत को 7 बुधवार तक किया जाना चाहिए और इसकी शुरुआत महीने के शुक्ल पक्ष से करना ही चाहिए . बुधवार को सुबह स्नान-ध्यान करने के बाद सबसे पहले तांबे के पात्र में भगवान गणेश जी मूर्ति स्थापित करें. गणेश जी मूर्ति पूर्व दिशा की ओर मुख करना शुभ होता है. यदि पूर्व दिशा में मुख करना संभव न हो तो आप उत्तर दिशा की ओर मुख करके भी पूजा की शुरुआत कर सकते हैं.


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पूजा के सामना में
बुधवार के व्रत में हरे रंग के वस्त्र पहनना शुभ होता है. भगवान गणेश जी की पूजा के सामना में फूल, धूप, दीप, कपूर, चंदन से पूजा अर्चना करें. मान्यता है कि पूजा में दूब यानि दूर्वा अर्पित करना शुभ होता है. साथ ही बुधवार के दिन गणेश जी को लाडू, घी,और गुड़ का भोग लगाएं. इसके बाद गणेश जी को मोदन अर्पित करें और मन ही मन भगवान का ध्यान करते हुए 108 बार इस मंत्र का जाप करें. 'ॐ गं गणपतये नमः' बुधवार व्रत की कथा जरूर पढ़ें और आरती भी करें.


बुधवार को व्रत करने के लाभ
मान्याओं के अनुसार बुधवार को व्रत करने वाले जातक के जीवन में सुख, शांति और यश बना रहता है. इस व्रत को करने से आपके अन्न के भंडार कभी खाली नहीं होते. बुधवार के गणेश की पूजा करने से जीवन के सभी संकट दूर होते हैं.


(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है.)