नई दिल्ली: Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य न केवल एक अच्छे राजनीतिज्ञ थे बल्कि कूटनीति के भी विशेषज्ञ थे. ऐसा माना जाता है कि चाणक्य की नीतियों का पालन करके एक साधारण बच्चा यानी चंद्रगुप्त बड़ा होकर सम्राट बने. चाणक्य की नीतियां आज भी प्रासंगिक मानी जाती हैं. कभी-कभी ऐसा होता है कि जिस पर हम भरोसा करते हैं वह हमें धोखा दे देता है. ऐसे समय में चाणक्य की इन बातों पर गौर करना चाहिए.


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आइए जानें क्या हैं वो चीजें. आचार्य चाणक्य का मानना ​​था कि व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति से मित्रता या परिचय तभी करता है जब उसे किसी प्रकार की रुचि होती है. चाणक्य के अनुसार, लालची व्यक्ति का कोई साथ नहीं देता. बुरे वक्त में ऐसे लोग हमेशा अकेले रह जाते हैं और उनकी मदद के लिए कोई नहीं आता. इसलिए हमेशा लालची  व्यक्ति से दूर रहना चाहिए.


 झूठ बोलकर सफलता न पाएं
चाणक्य का मानना ​​था कि झूठ बोलकर हासिल की गई सफलता ज्यादा समय तक नहीं टिकती. कुछ समय बाद वह व्यक्ति बर्बाद हो जाता है. दूसरी ओर, जो सत्य का मार्ग चुनता है वह कठिन से कठिन परिस्थिति में भी आसानी से समाधान ढूंढ लेता है. अगर कोई सच्चे इंसान को धोखा भी दे तो वह जल्द ही सामने आ जाता है.


हमेशा गलतियों से सीखें
चाणक्य ने अपनी नीतियों में कहा है कि मनुष्य को न केवल अपनी गलतियों से बल्कि दूसरों की गलतियों से भी सीखना चाहिए. ऐसा करने से आप गलती करने की संभावना कम कर देते हैं. इससे समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ता है और सफलता भी मिलती है.


 कभी भी दूसरों को कम न आंकें
चाणक्य का मानना ​​था कि जब मनुष्य ज्ञान प्राप्त कर लेता है या ताकतवर हो जाता है तो वह अपने सामने वालों को कमजोर समझने लगता है. चाणक्य के अनुसार, मनुष्य को कभी भी दूसरे व्यक्ति को कमजोर नहीं समझना चाहिए. जिसे आप कमज़ोर समझते हों, उसने अपनी ताकत आपके सामने प्रकट न की हो.  


(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें)