छोटी दीवाली को बन रहा बड़ा संयोग, करें यमराज का तर्पण, खत्म हो जाएगा नर्क का भय
Narak Chaurdashi 2023: दिन यमराज का तर्पण भी करना चाहिए. यमराज के विभिन्न नामों का ध्यान कर दो अंजुली जल समर्पित करना चाहिए. यमराज के ये नाम हैं- यम, धर्मराज, मृत्यु, अनंतक, वैश्वत, काल, सर्वभूतक्षय, नील, परमेष्ठ, चित्रगुप्त.
नई दिल्ली. इस बार छोटी दीपावली यानी नकर चतुर्दशी के दिन एक गजब का संयोग बन रहा है. भविष्य पुराण की एक कथा के मुताबिक कार्तिक मास की चतुर्दशी को स्वाति नक्षत्र पड़ जाए तो ऐसी तिथि में सुबह सूर्योदय से पहले सुगंधित तेल से स्नान करना चाहिए. जल में सुगंधित द्रव्य मिलाकर ऐसा कर सकते हैं. उसके बाद तिल के तेल को शरीर पर मलने से नर्क का भय खत्म हो जाता है.
ऐसे करें दिन की शुरुआत
इस दिन आप को सूर्योदय से पहले जाग जाना चाहिए. फिर उसे इत्र या फिर किसी सुगंधित तेल मिश्रित जल से स्नान करना चाहिए. इसके बाद तिल के तेल से मालिश करनी चाहिए. फिर इसके बाद सामान्य जल से स्नान करना चाहिए. अगर किसी कारणवश आप ऐसा नहीं कर पा रहे हैं तो दिन में शरीर में उबटन जरूर लगाएं.
ऐसे करें यमराज का तर्पण
ऐसा करने से नर्क का भय या डर खत्म होता है. कथा के मुताबिक इस दिन यमराज का तर्पण भी करना चाहिए. यमराज के विभिन्न नामों का ध्यान कर दो अंजुली जल समर्पित करना चाहिए. यमराज के ये नाम हैं- यम, धर्मराज, मृत्यु, अनंतक, वैश्वत, काल, सर्वभूतक्षय, नील, परमेष्ठ, चित्रगुप्त.
इन नामों को स्मरण करके तिल और जल समर्पित करना चाहिए. अगर ऐसा न हो सके तो कम से कम इन नामों का स्मरण करके प्रणाम करना चाहिए. ऐसा करने से नर्क का भय समाप्त होता है.
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