गुरु पूर्णिमा पर क्या है वेद व्यास की कथा का महत्व, ऐसे दें अपने गुरु को सम्मान
Guru Purnima 2023: गुरु पूर्णिमा एक हिंदू त्योहार है जो किसी के आध्यात्मिक और शैक्षणिक शिक्षकों के सम्मान और उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है, और यह हिंदू महीने आषाढ़ की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है.
Guru Purnima 2023: पूर्णिमा एक महत्वपूर्ण हिंदू त्यौहार है जो हर साल आषाढ़ महीने की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है. यह त्यौहार आध्यात्मिक और शिक्षकों को समर्पित है. यह पर्व भारत और नेपाल में हिंदू, बौद्ध और जैनियों द्वारा मनाया जाता है. 'गुरु' शब्द संस्कृत भाषा से लिया गया है, इसका अर्थ है 'शिक्षक' या 'मार्गदर्शक'. हिंदू धर्म में गुरु को वह व्यक्ति माना जाता है जो अज्ञानता के अंधकार को दूर कर ज्ञान का मार्ग दिखाता है.
गुरु पूर्णिमा का महत्व एवं अनुष्ठान
गुरु पूर्णिमा गुरुओं और वेद व्यास जी को सम्मान देने के लिए मनाई जाती है. इसे वेद व्यास जी के जन्मोत्सव के रूप में भी मनाया जाता है. शिष्य उपहार, मिठाइयां और फूल चढ़ाकर अपने गुरु के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हैं. इस दिन कई लोग व्रत भी रखते हैं और ध्यान और प्रार्थना में दिन बिताते हैं. यह त्यौहार आध्यात्मिक साधकों के लिए अपनी आध्यात्मिक यात्रा पर विचार करने और खुद को अपनी आध्यात्मिक प्रैक्टिस के लिए फिर से समर्पित करने का भी एक अवसर है.
गुरुओं का सम्मान करने के अलावा, गुरु पूर्णिमा शिक्षा और ज्ञान के महत्व का जश्न मनाने का भी एक अवसर है. माना जाता है कि शिक्षा मुक्ति की कुंजी है और गुरु ही शिष्य का इस लक्ष्य की ओर मार्गदर्शन कर सकता है. गुरुओं का सम्मान करने, उनका आशीर्वाद लेने और हमारी आध्यात्मिक यात्रा पर विचार करने का यह सुनहरा अवसर होता है.
गुरु पूर्णिमा के दिन वेद व्यास कथा का महत्व
वेद व्यास हिंदू पौराणिक कथाओं में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं और उन्हें प्राचीन भारत के दो प्रमुख संस्कृत महाकाव्यों में से एक, महाभारत का लेखक माना जाता है. यह भी माना जाता है कि उन्होंने वेदों को चार भागों में विभाजित किया था और इसलिए उन्हें वेदों का संकलनकर्ता माना जाता है. इन्हें गुरु परंपरा में प्रथम गुरु माना गया है इसलिए गुरु पूर्णिमा वाले दिन वेद व्यास की कथा पढकर वेद व्यास जी को गुरु के रूप में सबसे पहले पूजा जाता है.
वेद व्यास की शिक्षाओं और लेखों का हिंदू संस्कृति पर गहरा प्रभाव पड़ा है और उनकी विरासत आज भी आध्यात्मिक साधकों को प्रेरित करती है. माना जाता है कि वेद व्यास ने महाभारत लिखी थी, जिसमें सबसे महत्वपूर्ण हिंदू ग्रंथों में से एक, भगवद गीता शामिल है. भगवद गीता भगवान कृष्ण और अर्जुन के बीच का एक संवाद है. इसमें धर्म, कर्म और मोक्ष पर शिक्षाएं शामिल हैं.
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.