नई दिल्ली: Vastu Dosh Upay: भगवान श्रीकृष्ण के स्वरूप से कई चीजें जुड़ी हुई हैं, उन्हीं में से एक है मोरपंख. भगवान श्रीकृष्ण को मोरपंख का मुकुट ही अर्पित किया जाता है. दरअसल, मोरपंख सकारात्मकता का प्रतीक है, जिसका शरीर व स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव पड़ता है.


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सकारात्मक ऊर्जा को अपनी तरफ खींचता है मोरपंख
मोरपंखों को छोटे बच्चों के सिर पर लगाने या उनके बिस्तर के नीचे रखने की मान्यता पुरातन-काल से चली आ रही है. घर में मोर पंख रखना प्राचीनकाल से ही बहुत शुभ माना जाता है. वास्तु के अनुसार भी मोर पंख घर से अनेक प्रकार के वास्तुदोष दूर करता है और सकारात्मक ऊर्जा को अपनी तरफ खींचता है इसलिए तो मोरपंख को वास्तु में बहुत उपयोगी माना गया है.


धर्म ग्रंथों व ज्योतिष शास्त्र में भगवान श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने के कई उपाय बताए गए हैं. ये उपाय जन्माष्टमी पर करने से और भी शुभ फलों की प्राप्ति होती है.


मोरपंख के उपायों से दूर करें वास्तु दोष व अन्य परेशानियां


पूरे होंगे काम
कोई काम समय पर पूरा नहीं होता तो अपने घर के पूजास्थल में पांच मोरपंख रखें और प्रतिदिन इनकी पूजा करें. इक्कीस दिन बाद इन मोरपंख को तिजोरी या लॉकर में रख दें, ऐसा करने से धन-संपत्ति में वृद्धि होगी और अटके काम भी बनने लगेंगे.


शांत हो जाते हैं ग्रह दोष
मोरपंख में सभी देवी-देवताओं का वास माना गया है. घर के वास्तुदोष निवारण में मोरपंख बहुत ही कारगर उपाय है. मोरपंख को घर में रख लेने मात्र से कई समस्याओं का समाधान हो सकता है. घर का वास्तुदोष दूर हो सकता है और घर-परिवार में सुख-समृद्धि और धन-संपदा आ सकती है.


रिश्तों में मधुरता
शयनकक्ष में पूर्व या उत्तर दिशा में दो मोरपंखों को एक साथ दीवार पर लगाने से दांपत्य जीवन से जुड़ी समस्याओं का अंत होता है और रिश्तों में मधुरता आती है. यदि घर में वास्तु में मान्य पंचतत्वों का संतुलन ठीक न हो और घर में नकारात्मक ऊर्जा का निरंतर प्रवाह हो रहा हो तो घर के पूजास्थल पर 5 मोरपंख रखें.


नकारात्मक ऊर्जा होगी दूर
शयनकक्ष की पश्चिम दिशा की दीवार पर मोरपंख लगाने से राहु-केतु के बुरे प्रभाव से राहत मिलती है. घर से नकारात्मक शक्तियां दूर जाती हैं क्योंकि मोरपंख में सभी देवताओं का वास माना गया है.


सकारात्मक ऊर्जा का होगा प्रवेश
यदि आपके घर का प्रवेश द्वार शुभ कोण या दिशा जैसे पूर्व, उत्तर या ईशान दिशा में नहीं है या मुख्य द्वार पर किसी और प्रकार का वास्तुदोष है तो प्रवेश द्वार की चौखट के ऊपर बैठी हुई मुद्रा में गणेश जी स्थापित करें और उनके ऊपर तीन मोरपंख लगाएं. ऐसा करने से द्वार का वास्तुदोष दूर होगा. सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होगा.


(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Media इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


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