ज्येष्ठ पूर्णिमा पर करें ये उपाय: घर में आएगी सुख-समृद्धि, दूर होंगी बिजनेस से जुड़ी परेशानियां
Jyeshtha Purnima 2022 Upay: आपको ज्येष्ठ पूर्णिमा के मौके पर इन उपायों को करने से धन-धान्य की कोई कमी नहीं रहती है. साथ ही घर में सुख-समृद्धि आएगी और बिजनेस से जुड़ी परेशानियां दूर होंगी.
नई दिल्ली: Jyeshtha Purnima: ज्येष्ठ पूर्णिमा के व्रत को बेहद पवित्र माना गया है. ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को ज्येष्ठ पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है. आपको ज्येष्ठ पूर्णिमा के मौके पर इन उपायों को करने से धन-धान्य की कोई कमी नहीं रहती है. साथ ही घर में सुख-समृद्धि आएगी और बिजनेस से जुड़ी परेशानियां दूर होंगी.
इन उपायों से नहीं रहती है धन-धान्य की कमी
- ज्येष्ठ पूर्णिमा तिथि पर 11 कौड़ियां लेकर एक लाल कपड़े में रखकर मंदिर में मां लक्ष्मी के चरणों में रख दें. इसके बाद मां लक्ष्मी का पूजन करें और कौड़ियों पर हल्दी या केसर से तिलक करें. अब कुछ समय बाद वे कौड़ियां उठाकर कपड़े समेत अपनी तिजोरी में रख दें. इससे माता लक्ष्मी की कृपा आप पर बनी रहेगी.
- ज्येष्ठ पूर्णिमा पर चंद्र देव का पूजन करने के साथ ही दूध में शहद और चंदन मिलाकर चंद्रमा को अर्घ्य देना चाहिए. इससे आपकी सभी इच्छाएं पूरी हो जाएंगी.
- ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन प्रातः उठकर पीपल के वृक्ष पर कुछ मीठा अर्पित करने चाहिए और जल अर्पित करना चाहिए. इस जीवन की समस्याएं दूर हो जाती है.
- बिजनेस में लाभ प्राप्त करने के लिए पूर्णिमा के दिन एक लोटे पानी में उसमें कच्चा दूध और बताशा मिलाकर पीपल के पेड़ पर अर्पित करें.
ज्येष्ठ पूर्णिमा को अवश्य करें यह कार्य
माता लक्ष्मी की पूजा करें-
पूर्णिमा तिथि पर मां लक्ष्मी की पूजा करने से मां की विशेष कृपा प्राप्त होती है. मां लक्ष्मी के साथ ही भगवान विष्णु की पूजा भी करें.
घी की ज्योत जलाएं-
इस पावन दिन मां लक्ष्मी की प्रतिमा के समक्ष घी की ज्योति जलाएं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ऐसा करने से घर में सकारात्मकता का वास होता है और मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है.
मां लक्ष्मी को खीर का भोग लगाएं-
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार मां लक्ष्मी को खीर काफी पसंद होती है. इस पावन दिन मां लक्ष्मी को खीर का भोग जरूर लगाएं. ऐसा करने से मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है.
कुंवारी कन्याओं को भोजन कराएं-
पूर्णिमा तिथि पर कुंवारी कन्याओं को भोजन करवाना भी शुभ होता है. ऐसा करने से मां प्रसन्न होती हैं. इस दिन कुंवारी कन्याओं को भोजन करवाएं और उन्हें दान- दक्षिणा भी दें.