नई दिल्ली: Dev Uthani Ekadashi 2023: आज देवउठनी एकादशी है. माना जाता है कि आज ही के दिन भगवान विष्णु 6 माह की निद्रा के बाद जागते हैं. इस दिन से सभी मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो जाती है. इस दिन तुलसी का विवाह कराने की भी परंपरा है. एकादशी के दिन महिलाएं व्रत रखती हैं.


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तीन शुभ योग
देव उठनी एकादशी के दिन तीन शुभ योग बन रहे हैं. रवि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और सिद्धि योग बन रहे हैं, जिन्होंने देव उठनी एकादशी के महत्व को और बढ़ा दिया है. आइए जानते हैं इन तीनों का समय.
रवि योग- सुबह 06:50 बजे से शाम 05:16 बजे तक
सर्वार्थ सिद्धि योग- शाम 05:16 बजे से अलगे दिन सुबह 06 बजकर 51 मिनट तक
सिद्धि योग- सुबह 11 बजकर 54 मिनट से अगले दिन सुबह 09 बजकर 05 मिनट तक


व्रत व पूजा विधि
देवउठनी एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में ही स्नान कर लें. फिर घर की सफाई करें और आंगन में भगवान विष्णु के पदचिन्ह बनाएं. फिर विष्णु भगवान को याद करते हुए व्रत करने का संकल्प लें. भगवान विष्णु की प्रतिमा स्थापित करें. उसके सामने शंख या घण्टी बजाएं, माना जाता है कि इन्हें बजाने से भगवान विष्णु निद्रा से जाग जाते हैं. विष्णु जी को लड्डू, सिंघाड़ा और गन्ना फल के तौर पर अर्पित करें. शाम के समय विष्णु जी की प्रतिमा के आगे घी का दीप जलाएं. सभी देवी-देवताओं का पूजन करें. इसके बाद व्रत का पारण कर लें.


(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है.)


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