कैलाश मानसरोवर का क्या महत्व है? जानें आस्था, हिंदू धर्म में महत्व
हिंदू धर्म में कैलाश मानसरोवर की यात्रा का महत्व विशेष है, माना गया है भगवान शंकर के पवित्र स्थल कैलाश पर्वत के दर्शन मात्र से ही सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं.
नई दिल्ली: कैलाश मानसरोवर हिंदू धर्म के लिए एक अत्यंत पवित्र स्थान है. यह पवित्रता का प्रतीक है और इसे भगवान शिव का निवास माना जाता है. कैलाश पर्वत वह स्थान है जहां भगवान शिव अपनी पत्नी पार्वती के साथ रहते हैं. आइए जानते हैं कैलाश मानसरोवर के बारें में:
भगवान शिव का निवास
हिंदू धर्म में ऐसा मान्यता है कि भगवान शिव माता पार्वती और नंदी के साथ कैलाश पर्वत पर निवास करते हैं. मानसरोवर झील को अत्यंत पवित्र माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि इस झील में स्नान करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष प्राप्त होता है. कैलाश पर्वत की परिक्रमा करना भी हिंदुओं के लिए अत्यंत पुण्य का कार्य माना जाता है. सरोवर यात्रा आस्था और भक्ति का प्रतीक है. यह यात्रा लोगों को आध्यात्मिकता और आत्म-साक्षात्कार की ओर ले जाती है.
आस्था क्या है?
आस्था एक ऐसा विश्वास है जो किसी व्यक्ति को प्रेरित करता है और उसे जीवन में आगे बढ़ने की शक्ति देता है. आस्था का मतलब है कि आप किसी व्यक्ति, वस्तु या विचार पर पूर्ण विश्वास करते हैं. आस्था के कई प्रकार होते हैं, जैसे कि धार्मिक आस्था, राजनीतिक आस्था, वैज्ञानिक आस्था, और सामाजिक आस्था.
कैलाश मानसरोवर यात्रा और आस्था
कैलाश मानसरोवर यात्रा हिंदुओं के लिए आस्था का प्रतीक है. यह यात्रा लोगों को भगवान शिव के प्रति अपनी भक्ति व्यक्त करने का अवसर प्रदान करती है. यह यात्रा लोगों को आध्यात्मिकता और आत्म-साक्षात्कार की ओर ले जाती है. कैलाश मानसरोवर यात्रा एक कठिन यात्रा है, लेकिन यह लोगों को जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करने की शक्ति प्रदान करती है.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)