नई दिल्लीः Mangal Gochar 2024: ग्रहों के सेनापति मंगल ग्रह 20 अक्टूबर को मिथुन राशि से कर्क राशि में प्रवेश करेंगे. कर्क चंद्रमा की राशि है और यह मंगल देव की नीच राशि मानी जाती है. जबकि मकर राशि में ये उच्च के माने जाते हैं. मंगल ग्रह कर्क और सिंह राशि में अधिक शुभ फल देते हैं. मंगल ग्रह को मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी ग्रह माना गया है.


कब होगा कर्क राशि में गोचर


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मंगल ग्रह 20 अक्टूबर को दोपहर 2:22 बजे मिथुन राशि से निकल कर कर्क राशि में प्रवेश करेंगे. इसके बाद 7 दिसंबर को मंगल कर्क राशि में ही वक्री होंगे और वक्री गति से गोचर करते हुए 21 जनवरी 2025 की सुबह 10:05 मिनट पर फिर से मिथुन राशि प्रवेश कर जाएंगे. इस दौरान मंगल और शनि एक दूसरे से छठे आठवें भाव में होकर षडाष्टक योग बनाएंगे.


वैदिक ज्योतिष में भूमि पुत्र मंगल को अग्नि का कारक कहा गया है इसलिए चंद्रमा की राशि कर्क में जाकर वो नीच के हो जाते हैं. चंद्रमा जल का कारक है और अग्नि जल का कोई मेल नहीं है इसलिए मंगल पूर्ण बलहीन होकर अपना कोई भी शुभ प्रभाव यहां नहीं देते हैं. मंगल के लिए कर्क राशि नीच राशि कहलाती है इसलिए मंगल का यह गोचर बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है.


पूजा-पाठ और दान करें


मंगल के अशुभ असर से बचने के लिए हनुमानजी की पूजा करनी चाहिए. लाल चंदन या सिंदूर का तिलक लगाना चाहिए. तांबे के बर्तन में गेहूं रखकर दान करने चाहिए. लाल कपड़ों का दान करें. मसूर की दाल का दान करें. शहद खाकर घर से निकलें. हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें. मंगलवार को बंदरों को गुड़ और चने खिलाएं.


(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Bharat इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.)


यह भी पढ़िएः Surya Gochar: इन 4 राशियों को 16 नवंबर तक फायदा ही फायदा, जमकर पैसा भी बटोरेंगे और इज्जत भी


Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.