स्वर्ग से आया ये पेड़ रातों रात बना देगा धनवान, धरती पर आज भी है मौजूद
Parijat ka Ped: धर्मिक मान्यताओं और ग्रंथों के अनुसार पृथ्वी पर कई बार जीवन आ चुका है तो वहीं पर प्रलय की घटना को भी दोहराया जा चुका है. हालांकि जब दोबारा जीवन की उत्पति हुई तो समुद्र मंथन के जरिए कई जीवन दायिनी और भयानक चीजों की भी उत्पति हुई जिसे समुद्र मंथन में शामिल देवताओं और असुरों के बीच बांटा गया.
Parijat ka Ped: धर्मिक मान्यताओं और ग्रंथों के अनुसार पृथ्वी पर कई बार जीवन आ चुका है तो वहीं पर प्रलय की घटना को भी दोहराया जा चुका है. हालांकि जब दोबारा जीवन की उत्पति हुई तो समुद्र मंथन के जरिए कई जीवन दायिनी और भयानक चीजों की भी उत्पति हुई जिसे समुद्र मंथन में शामिल देवताओं और असुरों के बीच बांटा गया.
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार जब समुद्र मंथन हुआ था तब उससे 14 रत्न बाहर आये थे जिसमें से एक वृक्ष परिजात भी था जिसे स्वर्ग के राज इंद्र अपने साथ ले गये थे और वहीं पर इसे लगाया गया. हालांकि बाद में पृथ्वी की सुंदरता को बढ़ाने के लिए इसके एक बीज को धरती पर भी लगाया गया.
आज भी धरती पर मौजूद है स्वर्ग से आया ये पेड़
आपको जानकर हैरानी होगी कि यह पेड़ आज भी धरती पर मौजूद है और अगर इसे घर में सही दिशा में लगाया जाये तो धन की वर्षा होती है. माना जाता है कि परिजात पेड़ के फूल माता लक्ष्मी को बेहद पसंद हैं क्योंकि उनकी उत्पत्ति भी समुद्र मंथन से हुई थी. वरदान के रूप में यह वृक्ष आज भी पृथ्वी पर मौजूद है.
घर में परिजात का पौधा लगाने के 3 फायदे
वास्तुशास्त्र के अनुसार अगर परिजात के पौधे को घर में लगाते हैं तो बहुत लाभ होता है. इसके मुख्यतः 3 लाभ होते हैं. घर में इस पौधे को लगाने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव खत्म होता है और इसके फूलों की महक से मन को शांति मिलती है जो कि व्यक्ति को तनाव मुक्त रखती है.
वहीं मान्यता है कि जिस घर में परिजात का पौधा होता है वहां पर स्वंय मां लक्ष्मी का वास होता है जिसके चलते घर में धन के भंडार भरे रहते हैं. इसके साथ ही अगर परिजात के पौधे को वास्तु शास्त्र के अनुसार सही दिशा में लगाया जाये तो घर के सदस्यों की आयु बढ़ जाती है और घर के लोग निरोगी रहते हैं.
क्या है परिजात का पौधा लगाने की सही दिशा
घर में परिजात का पौधा लगाने की सही दिशा पश्चिम या उत्तर पश्चिम होती है, जिससे घर में धन-संपदा की वृद्धि होती है. वास्तु के अनुसार इस पौधे को दक्षिण की दिशा में लगाने से बचना चाहिए क्योंकि इस दिशा को मृत्यु दिशा माना जाता है. माना जाता है कि दक्षिण दिशा में मृत्यु के देवता यम अपनी यात्रा करते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)
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