नई दिल्ली:  Puja Tips: हिंदू धर्म में पूजा का बहुत महत्व है. सिर्फ पूजा के दौरान ही नहीं अगरबत्ती का उपयोग त्योहारों और मांगलिक कार्यालयों में भी किया जाता है. इसके अलावा दैनिक पूजा में अगरबत्ती भी जलाई जाती है. क्या आप जानते हैं कि सप्ताह के इन दो दिनों में अगरबत्ती जलाने से घर में बुरा भाग्य आ सकता है. आइए जानते हैं कि अगरबत्ती जलाने के नियमों के बारे में. 


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वास्तु शास्त्र के अनुसार, रविवार और मंगलवार को अगरबत्ती नहीं जलानी चाहिए. क्योंकि बांस का उपयोग अगरबत्ती बनाने में किया जाता है. इन दोनों दिनों में बांस जलाना बहुत अशुभ माना जाता है.


हिंदू धर्म में मंगल ग्रह को बांस से जोड़ा गया है. इसलिए हिंदू धर्म में बांस से बनी अगरबत्ती जलाना शुभ नहीं माना जाता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, पूजा के दौरान अगरबत्ती के जगह धूप का प्रयोग किया जा सकता है.


वास्तु शास्त्र में बांस को वंश का प्रतीक माना गया है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, इसलिए इसे जलाने से भाग्य और वंश की हानि होती है. इसके अलावा हिंदू धर्म में बांस का उपयोग धूपबत्ती बनाने में भी किया जाता है. इसलिए बांस से बनी वस्तुओं यानि अगरबत्ती नहीं जलाना चाहिए.


वास्तु शास्त्र के अनुसार, बांस के पौधे को भाग्यशाली माना जाता है लेकिन बांस से बनी अगरबत्ती आर्थिक नुकसान होता है. इससे परिवार के सदस्यों के बीच तनाव पैदा होता है. आपको अगरबत्ती जलाने से पहले इस बात का ध्यान रखना चाहिए.


वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगरबत्ती जलाने से वंश की हानि होती है. यही कारण है कि हिंदू धर्म में जब किसी की मृत्यु के बाद अंतिम संस्कार के लिए बांस की लकड़ी से अर्थी का निर्माण किया जाता है तो चिता को जलाने से पहले बांस की लकड़ियां हटा दी जाती है. क्योंकि बांस जलाने से पितृ दोष होता है.


(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें)