Raksha Bandhan 2024: राखी पर कलावा बांधना शुभ या अशुभ, जानें क्या कहते हैं शास्त्र
Rakshi 2024: आज 19 अगस्त सोमवार के दिन रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा. राखी बांधने का शुभ मुहूर्त दोपहर 1:31 मिनट से लेकर रात्री 9:07 मिनट तक है. रक्षाबंधन के दिन बहन अपने भाइयों को राखी बांधती हैं. बाजार में अलग अलग डिजाइन की राखियां मिल रही हैं. ऐसे में कलावा बांधना शुभ या अशुभ आइए जानते हैं.
नई दिल्ली,Rakshabandhan 2024: आज 19 अगस्त सोमवार के दिन रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा. राखी बांधने का शुभ मुहूर्त दोपहर 1:31 मिनट से लेकर रात्री 9:07 मिनट तक है. रक्षाबंधन के दिन बहन अपने भाइयों को राखी बांधती हैं. बाजार में अलग अलग डिजाइन की राखियां मिल रही हैं. लेकिन बहुत सी बहनें अपने भाइयों को कलावे को राखी के रूप में बांधती हैं. आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि कलावा बांधना शुभ या अशुभ?
आज है रक्षाबंधन का पवित्र त्योहार...
रक्षाबंधन भाई-बहनों के बीच के बंधन का जश्न मनाने वाला एक विशेष त्योहार है, जहां बहनें अपने भाइयों की समृद्धि और स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करती हैं और उनकी कलाई पर राखी बांधती हैं. यह भाई-बहनों के एक साथ आने, उपहारों का आदान-प्रदान करने, पारंपरिक भोजन का आनंद लेने और पारंपरिक कपड़े पहनने का समय है.
रक्षाबंधन पर कलावा बांधना शुभ या अशुभ?
राखी पर कलावा बांधना शुभ माना जाता है. कलावा एक पवित्र धागा होता है, जो भगवान के आशीर्वाद का प्रतीक है. राखी पर कलावा बांधने से भाई-बहन के रिश्ते में प्यार और मजबूती आती है, और यह रिश्ता और भी गहरा और पवित्र हो जाता है. कलावा बांधने से यह भी माना जाता है कि भाई-बहन के रिश्ते में सौभाग्य और समृद्धि आती है, और उनके जीवन में खुशियों और सफलता का संचार होता है.
लेकिन यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि कलावा बांधने के पीछे की मंशा और विश्वास भी महत्वपूर्ण है। यदि कलावा बांधने के पीछे सच्ची मंशा और पवित्र विश्वास है, तो यह शुभ माना जाता है.
राखी पर कलावा बांधना शुभ माना जाता है, क्योंकि:
1. पवित्रता का प्रतीक
कलावा एक पवित्र धागा होता है जो भगवान के आशीर्वाद का प्रतीक है.
2. रिश्तों में मजबूती
कलावा बांधने से भाई-बहन के रिश्ते में प्यार और मजबूती आती है.
3.सौभाग्य और समृद्धि
कलावा बांधने से भाई-बहन के जीवन में सौभाग्य और समृद्धि आती है.
4. रक्षा का प्रतीक
कलावा बांधने से भाई-बहन की रक्षा का प्रतीक माना जाता है.
लेकिन, यदि कलावा बांधने के पीछे कोई गलत मंशा या अशुद्ध विचार है, तो यह अशुभ माना जा सकता है. इसलिए, कलावा बांधने से पहले अपनी मंशा और विश्वास को शुद्ध करना महत्वपूर्ण है.
Disclaimer
यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है.
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