Vastu Tips: ये 8 मूर्तियां हैं धन चुंबक, बस पता होना चाहिए कहां लगाना है
Vastu Tips: वास्तु शास्त्र में ऐसे कई नियम बताए गए हैं जिनका ध्यान रखने पर व्यक्ति को धन की प्राप्ति हो सकती है. आइए जानते हैं कि वह कौन-सी मूर्तियां है जिन्हें घर में रखें जिससे मां लक्ष्मी खिंची चली आएगी.
नई दिल्ली: Vastu Tips: हिंदू धर्म में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व है. वास्तु की मानें तो प्रत्येक वस्तु को एक सही दिशा में रखने मात्र से व्यक्ति को लाभ मिल सकता है. घर में सजावट के लिए कई तरह की सजावटी सामान का इस्तेमाल किया जाता है. पर मूर्तियों को रखते समय वास्तु टिप्स का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. आइए जानें घर में किन मूर्तियों को रखना शुभ माना गया है.
गणेश जी
वास्तु के अनुसार, अगर आपके घर का मेन गेट दक्षिण या फिर उत्तर दिशा में हो तो मेन गेट पर गणेश जी की मूर्ति लगानी चाहिए.
घोड़े की मूर्ति
वास्तु के अनुसार ,घोड़े की मूर्ति को उत्तर दिशा में लगाना शुभ माना जाता है. समाज में मान-सम्मान के लिए मूर्ति को दक्षिण दिशा में लगाना चाहिए. इसको कभी बेडरूम में ना लगाएं. इसे घर में इस तरह से रखें, जहां उसका मुख मेन गेट की ओर हो.
तोते की मूर्ति
वास्तु के अनुसार, उत्तर दिशा में तोते की मूर्ति घर-परिवार में सुख और शांति बनाती है और शादीशुदा जीवन में भी खुशहाली बनी रहती है.
गाय
वास्तु के अनुसार, गाय को हिंदू धर्म में शुभ माना गया है. ऐसे में यदि आप अपने घर में पीतल की कामधेनु गाय की मूर्ति रखते हैं तो इससे घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है.
कछुए
वास्तु के अनुसार, हिंदू धर्म में कछुए का विशेष महत्व है. इसे भगवान विष्णु का ही रूप माना गया है. कछुए को घर की पूरब या उत्तर दिशा में रखना चाहिए. आप ड्राइंग रूम में कछुआ को रख सकते हैं.
हंस के जोड़े की मूर्ति
वास्तु के अनुसार, अगर आप अपने ड्राइंग रूम में हंस के जोड़े की मूर्ति रखते हैं तो इससे आपको आर्थिक लाभ मिल सकता है. वहीं, घर में बत्तख के जोड़े की मूर्ति रखने से वैवाहिक जीवन खुशी-खुशी बीतता है. वास्तु के अनुसार, मछली को धन और ऊर्जा का प्रतीक माना गया है. मान्यता है कि घर की उत्तर-पूर्व दिशो में मछली रखने से घर में सुख-शांति आती है. इससे धन में वृद्धि होती है.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)