नई दिल्ली: Vinayak Chaturthi: हर माह के शुक्ल पक्ष की विनायक चतुर्थी गणपति बप्पा की पूजा की जाती है. आज यानी 14 जनवरी को साल की पहली विनायक चतुर्थी है. भगवान गणेश जी की पूजा करने से भक्तों के जीवन के सभी बाधाएं दूर होती हैं. ये तिथि शिव गौरी के पुत्र गणपति जी को समर्पित है. इस दिन बप्पा की उपासना करने से घर में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. आइए जानते हैं, 2024 में विनायक चतुर्थी कब-कब हैः

 

माह                        तारीख                                    

पौष विनायक चतुर्थी        14 जनवरी         

माघ विनायक चतुर्थी        13 फरवरी         

फाल्गुन विनायक चतुर्थी    13 मार्च

चैत्र विनायक चतुर्थी          12 अप्रैल         

वैशाख विनायक चतुर्थी      11 मई                       

ज्येष्ठा विनायक चतुर्थी       10 जून                        .

आषाढ़ विनायक चतुर्थी      9 जुलाई                      

सावन विनायक चतुर्थी       8 अगस्त                    

भाद्रपद विनायक चतुर्थी     7 सितंबर                         

अश्विन विनायक चतुर्थी       6 अक्टूबर                        

कार्तिक विनायक चतुर्थ      5 नवंबर                         

मार्गशीर्ष विनायक चतुर्थी    5 दिसंबर                          

 

विनायक चतुर्थी का मुहूर्त

   
13 फरवरी, सुबह 11 बजकर 27 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर 33  मिनट तक रहने वाला है.
13 मार्च , सुबह 11 बजकर 29 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर  42 मिनट तक रहने वाला है.
12 अप्रैल, सुबह  11 बजकर 19 मिनट से लेकर  दोपहर 01 बजकर  42 मिनट तक रहने वाला है
11 मई, सुबह 11 बजकर 05 मिनट से लेकर  दोपहर 01 बजकर  11 मिनट तक रहने वाला है.
10 जून, सुबह  10 बजकर 57 मिनट से लेकर  दोपहर 01 बजकर 39 मिनट तक रहने वाला है.
9 जुलाई, सुबह 10 बजकर 57 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर  44 मिनट तक रहने वाला है.
8 अगस्त, सुबह 11 बजकर 03 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर  50 मिनट तक रहने वाला है.
7 सितंबर, सुबह 11 बजकर 07 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर  46 मिनट तक रहने वाला है.
6 अक्टूबर, सुबह 11 बजकर 03 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर  34 मिनट तक रहने वाला है.
5 नवंबर, सुबह 10 बजकर 58 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर  19 मिनट तक रहने वाला है.
5 दिसंबर, सुबह 10 बजकर 59 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर 10 मिनट तक रहने वाला है.

 

विनायक चतुर्थी पूजा विधि

विनायक चतुर्थी पर सुबह जल्दी उठकर नहाएं. लाल या पीले रंग के वस्त्र पहनें. गणेशजी की मूर्ति पूजा चौकी पर स्थापित करें. शुभ मुहूर्त में हल्दी, कुमकुम, अबीर, गुलाल, सिंदूर से बप्पा की पूजा करें. लड्‌डू का भोग लगाएं. गणपति चालीसा का पाठ करें. गाय को गुड़-घी खिलाएं. ब्राह्मण को भोजन करवाकर दक्षिणा दें. गणेशजी की पूजा और आरती करें.

 

(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)