साकेत कोर्ट में 20 देश के 83 जमातियों के खिलाफ चार्जशीट दायर
83 जमाती जिनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है उनमें अमेरिका के 5, यूनाइटेड किंगडम के 3, सऊदी अरब के 10, फिलीपींस के 6, चीन के 7, ब्राजील के 8 , अफगानिस्तान के 4, सूडान के 6 और अन्य देशों के कुछ लोग शामिल हैं. सभी 20 चार्जशीट को मिला लें तो ये 15 हजार 449 पन्नों की चार्जशीट है.
नई दिल्लीः देश के कई हिस्सों में कोरोना संक्रमण फैलने की कई वजहों में से एक बने जमातियों पर और गहरा शिकंजा कस रहा है.
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने निजामुदद्दीन मरकज मामले में मंगलवार को साकेत कोर्ट में 20 देशों के 83 जमातियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है. अलग-अलग धाराओं के तहत विदेशी जमातियों के खिलाफ 20 चार्जशीट दाखिल की गई हैं.
15 हजार 449 पन्नों की चार्जशीट
83 जमाती जिनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है उनमें अमेरिका के 5, यूनाइटेड किंगडम के 3, सऊदी अरब के 10, फिलीपींस के 6, चीन के 7, ब्राजील के 8 , अफगानिस्तान के 4, सूडान के 6 और अन्य देशों के कुछ लोग शामिल हैं. सभी 20 चार्जशीट को मिला लें तो ये 15 हजार 449 पन्नों की चार्जशीट है.
943 जमातियों से हो चुकी है पूछताछ
जानकारी के मुताबिक विदेशी जमातियों पर फॉरेन एक्ट, महामारी एक्ट, और आपदा एक्ट की धाराओं के तहत चार्जशीट दाखिल की गई है. चार्जशीट में मौलाना साद और मरकज के प्रबंधन के बारे में लिखा गया है. इसके बाद मौलाना साद की मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं.
कई जमाती पूछताछ में पहले ही बता चुके हैं कि 20 मार्च के बाद मौलाना साद के कहने पर वो मरकज में रुके थे. सूत्रों की माने तो अब तक 943 जमातियों से पूछताछ की जा चुकी है. हालांकि अभी दिल्ली पुलिस ने 83 विदेशी जमातियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है.
पहले ही जब्त किए थे 700 जमातियों के पासपोर्ट
तबलीगी जमात के विदेशी सदस्य अपना क्वारंटाइन पीरियड खत्म कर चुके हैं. ऐसे 700 से ज्यादा जमातियों के पासपोर्ट सरकान पहले ही जब्त किए थे. ये वो लोग हैं जो कोरोना संकट के बीच दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में मौलान साद की ओर से आयोजित किए गए कार्यक्रम में शामिल हुए थे. जमात से जुड़े हजारों लोगों ने हाल ही में अपना क्वारंटाइन पीरियड पूरा कर लिया है.
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साद की गिरफ्तारी होने तक देश छोड़ना मुश्किल
अब इनका वीजा और ट्रेवल डॉक्यूमेंट जब्त होने के बाद ये विदेश किसी भी सूरत में नहीं लौट सकते. जब तक कि इस केस की गुत्थी नहीं सुलझती और मौलाना साद पुलिस की गिरफ्त में नहीं आता तब तक इन विदेशी जमातियों का देश छोड़कर जाना मुश्किल है. इस पूरे मामले में इनकी गवाही ली जाएगी.
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