नई दिल्लीः गुजरात विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के पांच विधायक निर्वाचित हुए हैं. इनमें से एक विधायक ऐसे हैं, जिन्होंने चुनाव में अपनी सफलता के पीछे दो पत्नियों को श्रेय दिया. डेडियापाड़ा से चुने गए विधायक चैतर रसावा दक्षिण गुजरात से आते हैं. वह आदिवासी नवोदित विधायक हैं. 


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चैतर ने 40 हजार वोटों से हासिल की जीत
उन्होंने आदिवासी सीट डेडियापाड़ा से करीब 40 हजार वोटों से जीत हासिल की थी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चैतर रसावा ने कहा, 'मेरी पत्नियों ने एक टीम के रूप में काम किया और मेरी जीत में काफी मदद की. उन्होंने बगैर थके काम किया और जब मैं चुनाव प्रचार से बाहर था तो कई चीजों का प्रबंधन किया.'


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चैतर वसावा की दोनों पत्नियों के नाम शकुंतला और वर्षा हैं. उन्होंने कुछ साल पहले राजनीति में अपने पति की मदद के लिए नौकरी छोड़ दी. दोनों ने चुनाव प्रचार के दौरान पति की काफी सहायता की.


भारतीय ट्राइबल पार्टी के नेता रहे हैं चैतर
पूर्व में चैतर रसावा भारतीय ट्राइबल पार्टी के नेता रहे हैं. उन्होंने आप के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पार्टी छोड़ दी थी. वसावा साल 2014 में भारतीय ट्राइबल पार्टी में शामिल हुए थे. उन्होंने लगभग एक दशक पहले आदिवासियों के हित में काम करना शुरू किया था.


सरकारी नौकरी करते थे चैतर वसावा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चैतर वसावा ने बताया कि उनकी भी सरकारी नौकरी थी. उनकी पत्नी शकुंतला डेडियापाड़ा में जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं. वह आदिवासियों के लिए कई प्रदर्शन करती रहती हैं. इसे लेकर वह जेल भी जा चुकी हैं.


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चैतर वसावा और शकुंतला की शादी 13 साल पहले हुई थी. इसके दो साल बाद उनकी शादी वर्षा से हुई. तीनों की पढ़ाई एक साथ हुई है और अच्छे दोस्त रहे हैं. शकुंतला से उनका एक बच्चा और वर्षा से दो बच्चे हैं.


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