नई दिल्ली: Selja and Surjewala on CM Post: हरियाणा में वोटिंग हो रही है, जो शाम 6 बजे तक होनी है. इसी बीच कांग्रेस के दो दिग्गजों ने एक बार फिर CM बनने की इच्छा जताई है. कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला ने CM बनने की इच्छा जाहिर की है. हालांकि, दोनों ने अंतिम फैसला हाईकमान पर छोड़ा है. वोटिंग के बीच इस मांग को दोहराने का क्या मतलब है, इसके बारे में जानने की कोशिश करते हैं.

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कुमारी सैलजा ने क्या कहा?
कुमारी सैलजा ने वोटिंग वाले दिन कहा- CM पद का दावा एक दो बार नहीं होता. दावा-दावा होता है. इससे पहले सैलजा ये भी कह चुकी हैं कि उनका वजन इतना है कि उन्हें शीर्ष पद के लिए सबसे आगे माना जा सकता है. यदि कांग्रेस जीतती है तो CM पद का फैसला हाईकमान करेगा, लेकिन उन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.

रणदीप सुरजेवाला क्या बोले?
उधर, रणदीप सुरजेवाला ने कहा- चुनाव नहीं लड़ा, इसका ये मतलब नहीं कि सरकार चलाने की आकांक्षा नहीं है. CM उम्मीदवार के पास हरियाणा में बदलाव और किसानों को खुशहाल करने का विजन होना चाहिए. मेरे पास हरियाणा के विकास का विजन है. CM बनने की महत्वाकांक्षा होना गलत नहीं है.

सैलजा और सुरजेवाला क्या चाह रहे?
कुछ राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सैलजा और सुरजेवाला आलाकमान पर दबाव बनाने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं. यदि सूबे में कांग्रेस की सरकार बनती है तो भूपेंद्र हुड्डा CM पद के प्रबल दावेदार होंगे. सैलजा और सुरजेवाला का प्लान है कि CM पद न भी मिले तो, कम से कम ऐसा पद दिया जाए जो उनका सम्मान बरकरार रखे. साथ ही प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनती है तो उनकी भी हिस्सेदारी हो.

उपमुख्यमंत्री का पद: हरियाणा में कांग्रेस का वोट बैंक जाट और दलित को माना जाता है. यदि सरकार बनती है और हुड्डा CM बनते हैं तो पार्टी एक डिप्टी CM भी बना सकती है. जाट CM बनता है तो कांग्रेस दलित को डिप्टी CM बना सकती है. इससे पहले 2023 में कर्नाटक और 2018 में राजस्थान में पार्टी CM के साथ डिप्टी CM भी बना चुकी है. सैलजा का दबाव काम करता है, तो उन्हें या उनके किसी करीबी को प्रदेश का डिप्टी CM भी बनाया जा सकता है.

मंत्री पद: रणदीप सुरजेवाला के बेटे आदित्य सुरजेवाला कैथल से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं. वे पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसा माना जा रहा है कि रणदीप चाहते हैं कि उनका बेटा चुनाव जीते तो उसे कैबिनेट का हिस्सा बनाया जाए. इसलिए वे लगातार शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं.

प्रदेश अध्यक्ष का पद: होडल सीट से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान चुनावी मैदान में हैं. खुद भूपेंद्र हुड्डा कह चुके हैं कि वे जीतते हैं तो सरकार बनने पर होडल को भी हिस्सेदारी मिलेगी. यदि कांग्रेस की सरकार बनती है और उदयभान मंत्री बनाए जाते हैं तो उन्हें प्रदेश अध्यक्ष का पद छोड़ना होगा. कांग्रेस दलित प्लस जाट का फॉर्मूला अपनाती रही है, CM जाट होता है तो PCC चीफ दलित होता है. सैलजा की नजरें प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर भी हो सकती हैं.


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