नई दिल्लीः Jammu and Kashmir Chunav Live: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती शनिवार को धरने पर बैठ गईं. उन्होंने आरोप लगाया कि वोटिंग प्रक्रिया में भागीदारी को रोकने के लिए उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है.


हाईवे पर धरने पर बैठ गईं महबूबा मुफ्ती


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अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट से पीडीपी की उम्मीदवार महबूबा मुफ्ती ने बिजबेहरा इलाके में श्रीनगर-जम्मू नेशनल हाईवे को जाम कर दिया और हाईवे पर ही धरने पर बैठ गईं. महबूबा मुफ्ती ने दावा किया कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं और कुछ मतदान एजेंटों को वोटिंग प्रक्रिया में हिस्सा लेने से रोकने के लिए गिरफ्तार किया गया है.


सुबह से कोई कॉल नहीं कर पाई हूंः मुफ्ती


कुछ अधिकारी महबूबा मुफ्ती को धरना खत्म करने के लिए मनाने आए. तो उन्होंने उनसे पूछा, "मेरी पार्टी के कार्यकर्ताओं और मतदान एजेंटों को क्यों गिरफ्तार किया गया? क्या वोटिंग प्रक्रिया में भागीदारी ही सरकार का लक्ष्य है?" उन्होंने कहा, "मैं सुबह से कोई कॉल नहीं कर पाई हूं. अनंतनाग लोकसभा क्षेत्र में वोटिंग के दिन सर्विस को अचानक निलंबन करने का कोई स्पष्टीकरण नहीं है."


मुफ्ती ने दावा किया कि उनके मोबाइल नंबर से फोन करने की (आउटगोइंग कॉल) सुविधा बिना किसी स्पष्टीकरण के निलंबित कर दी गई है. महबूबा मुफ्ती ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को पक्षपातपूर्ण होने से बचाने के लिए तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है.


पीडीपी ने भी मुद्दे को सोशल मीडिया पर उठाया


पीडीपी ने भी सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट के जरिए इस मुद्दे को उठाया. इसमें कहा गया, ‘चुनाव से ठीक पहले महबूबा मुफ्ती की मोबाइल फोन सेवा अचानक बंद कर दी गई है. मतदान क्षेत्र में कई पीडीपी कार्यकर्ताओं और मतदान एजेंट को कल शाम और आज तड़के हिरासत में लिया गया.’ मुफ्ती ने शुक्रवार को निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर दावा किया था कि पीडीपी कार्यकर्ताओं और मतदान एजेंट को पुलिस ने हिरासत में लिया है.


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