Kerala Election: पीएम मोदी ने अपने भाषण में किया जूडस का जिक्र, जानिए वह कौन था?
पीएम मोदी (PM Modi) ने मंगलवार को पलक्कड़ में जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने सोना तस्करी के मुद्दे को खास तरीके से उठाया और बाइबिल के एक पात्र जूडस से सीएम विजयन की तुलना की. जूडस एक धोखेबाज लालची चरित्र है. जानिए बाइबिल की कहानी में उसके बारे में क्या लिखा है?
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) मंगलवार को केरल के पलक्कड़ पहुंचे और यहां मेट्रोमैन ई श्रीधरन के समर्थन में चुनावी जनसभा को संबोधित किया.
इस दौरान पीएम मोदी ने सीएम पी विजयन और LDF-UDF दलों को घेरा और कहा कि दोनों ही पार्टियां केरल में फिक्सिंग का गेम खेल रही हैं. वह संस्कृति को नुकसान पहुंचा रही हैं, जनता के मुद्दे पर उनका ध्यान नहीं है और यह कहते हुए PM Modi ने ईसाई माइथोलॉजी में शामिल एक किरदार जूडस का नाम लिया.
पीएम ने लिया जूडस का नाम
जूडस का नाम लेते हुए पीएम मोदी ने सीएम पिनारई विजयन (P. Vijayan) को धोखेबाज कहा. उन्होंने कहा कि जैसे जूडस ने जीसस क्राइस्ट को चांदी के कुछ टुकड़ों के लिए धोखा दिया था.
अब पिनराई विजयन और LDF भी केरल को सोने के कुछ टुकड़ों के लिए धोखा दे रहे हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि पीएम मोदी ने क्यों जूडस के नाम का उदाहरण दिया और वह कौन था.
बाइबिल में मिलता है जूडस का जिक्र
दरअसल, जूडस का जिक्र ईसाई मिथकों में मिलता है. इसकी चर्चा संक्षिप्त धार्मिक कथाओं, गौस्पेल ऑफ जॉन और एक्ट ऑफ द अपोजल्स की शुरूआत में की गई है. ईसा मसीह की कहानी के मुताबिक, उनके जीवन के अंतिम समय में उनके एक धर्म शिष्य ने उन्हें धोखा दिया था.
पिलातुस के आदेश पर यीशू को बंदी बनाना था
हुआ यूं कि राजा पिलातुस के आदेश पर सैनिक यीशु को बंदी बनाने के लिए एक धूर्त तरीका खोज रहे थे. इसके लिए उन्होंने मसीह के ही 12 धर्मशिष्यों में से एक जूडस को चुना.
बाइबिल के मुताबिक, शैतान ने जूडस में प्रवेश किया और चांदी के तीस टुकड़ों के लालच में उसने मसीह को धोखा देना चुना. उधर रब्बियों (धर्मगुरु, जो मसीह के विरोधी थे) इस कार्य को दावत वाले दिन नहीं करना चाहते थे. इससे दंगे भड़कने का अंदेशा था.
जूडस को दिया गया 30 चांदी के टुकड़ों का लालच
इसीलिए उन्होंने दावत से पहले वाली रात को चुना. गोस्पेल ऑफ ल्यूक के मुताबिक इसी समय जूडस के भीतर शैतान प्रवेश करता है. गोस्पेल ऑफ जॉन की कहानी कहती है कि जूडस चांदी के तीस टुकड़ों की घूस के लिए यीशु के साथ विश्वासघात किया.
उसने सैनिकों के सामने मसीह का चुंबन लिया, जिसके जरिए वह पहचान गए कि मसीह कौन हैं. इसे बाइबल में "किस ऑफ जूडस" के नाम से जाना जाता है. मसीह की पहचान के बाद उन्हें प्रधान पादरी कायफास के सैनिकों के सामने ला दिया और यीशू मसीह को पिलातुस के सैनिकों के हवाले कर दिया गया.
विंची की पेंटिंग, द लास्ट सपर में भी कहानी
प्रख्यात चित्रकार लियोनार्डो डा विंची की मशहूर पेंटिंग 'द लास्ट सपर' इस घटना की बहुत करीने से व्याख्या करती है. इस पेंटिंग में यीशू के समेत सभी के दिख रहे हाव-भाव कहानी कि एक-एक कड़ी की तरह हैं.
जहां हर किसी के चेहरे के भाव कहानी का हिस्सा हैं. इस पेंटिंग में भी जूडस संदिग्ध नजर आ रहा है.
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BJP ने सोना तस्करी को बनाया है चुनावी मुद्दा
BJP ने सोने की तस्करी मामले को मुख्य चुनावी मुद्दा बनाया है. हाल ही में गृह मंत्री अमित शाह ने भी सीएम पिनराई विजयन पर इस घोटाले के आरोपियों से कनेक्शन का आरोप लगाया था.
रैली में पीएम ने कहा कि बीजेपी राज्य के लिए एक ऐसी स्थिति पेश करेगी, जो यथास्थिति से अलग होगी; क्योंकि पार्टी ने ई. श्रीधरन को एक विकल्प के रूप में पेश किया है.
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