नई दिल्लीः पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा के कांग्रेस छोड़ने पर कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि राम मंदिर के निमंत्रण को ठुकराने का यह प्रकोप है. न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में प्रमोद कृष्णम ने कहा, 'कांग्रेस ऐसे लोगों से घिर गई है जो न तो सच सुनना चाहते हैं, न ही सनातन धर्म या भगवान राम का समर्थन करते हैं. जो लोग भगवान राम, सत्य या जमीन के बारे में बात करते हैं, हकीकत में वो धीरे-धीरे पार्टी से दूर होते जा रहे हैं.' 


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'मिलिंद देवड़ा का इस्तीफा दुर्भाग्यपूर्ण है'
उन्होंने कहा, 'मिलिंद देवड़ा का इस्तीफा दुर्भाग्यपूर्ण है. मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि कुछ लोगों की गलतियों का खामियाजा पूरी पार्टी को न भुगतना पड़े... जो लोग देश और भगवान राम की बात करते हैं वो वामपंथी विचारधारा से प्रभावित कांग्रेस के अंदरूनी दायरे को पसंद नहीं है... यही वजह है कि गांधी परिवार के सबसे करीबी रहे वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है...'


शिवसेना में शामिल होना चाहते हैं तो स्वागत है
वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मिलिंद देवड़ा के शिवसेना में शामिल होने को लेकर कहा, अगर वह पार्टी में शामिल होना चाहते हैं तो उनका स्वागत है. शिंदे ने कहा, 'मैंने उनके फैसले के बारे में सुना है. अगर वह पार्टी में शामिल हो रहे हैं तो मैं उनका स्वागत करूंगा.'


'विकास के पथ की ओर अग्रसर हूं'
वहीं मिलिंद देवड़ा ने इस्तीफे के बाद कहा कि वह 'विकास के पथ' की ओर अग्रसर हैं. वह पेडर रोड पर स्थित अपने आवास ‘रामालयम’ में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. अपनी पत्नी पूजा के साथ प्रभादेवी में सिद्धिविनायक मंदिर में पूजा करने के लिए घर से निकले देवड़ा ने कहा, 'मैं विकास के पथ की ओर अग्रसर हूं.' संयोग से एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना के विधायक सदा सरवणकर भी मंदिर में मौजूद थे. वह मंदिर न्यास के प्रमुख भी हैं. 


देवड़ा ने रविवार सुबह कांग्रेस से दिया इस्तीफा
देवड़ा के मुख्यमंत्री शिंदे के आधिकारिक आवास ‘वर्षा’ में उनसे मुलाकात करने और शिवसेना में शामिल होने की संभावना है. इससे पहले दक्षिण मुंबई सीट से लोकसभा के पूर्व सदस्य देवड़ा ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर लिखा, 'आज मेरी राजनीतिक यात्रा के एक महत्वपूर्ण अध्याय का समापन हुआ. मैंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है और इसी के साथ पार्टी से मेरे परिवार का 55 साल पुराना रिश्ता खत्म हो गया है. मैं वर्षों तक अटूट समर्थन देने के लिए सभी नेताओं, सहकर्मियों और कार्यकर्ताओं का आभारी हूं.'


'इस्तीफे का समय प्रधानमंत्री ने तय किया'
वहीं भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू होने से कुछ घंटे पहले देवड़ा के इस्तीफे पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आरोप लगाया, 'मिलिंद देवड़ा के इस्तीफे की घोषणा का समय स्पष्ट रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तय किया गया है.' रमेश ने कहा, 'देवड़ा ने शुक्रवार सुबह 8:52 बजे मुझे मैसेज किया और फिर उसी दिन दोपहर 2:47 बजे मैंने जवाब दिया और पूछा कि 'क्या आप पार्टी छोड़ने की योजना बना रहे हैं?' फिर 2:48 बजे उन्होंने एक संदेश भेजा कि क्या आपसे बात हो सकती है? मैंने उनसे कहा कि आपको कॉल करूंगा और फिर उसी दिन मैंने 3:40 बजे उनसे बात की.' 


जयराम रमेश ने दावा किया, 'उन्होंने (देवड़ा) मुझसे कहा कि उन्हें चिंता है कि यह सीट (दक्षिण मुंबई) शिवसेना (यूबीटी) की सीट है, वह राहुल गांधी से मिलना चाहते हैं और उन्हें सीट के बारे में बताना चाहते हैं. वह चाहते थे मैं भी इस बारे में राहुल गांधी से बात करूं.' 


जयराम रमेश ने मिलिंद पर किया कटाक्ष
रमेश ने देवड़ा पर कटाक्ष करते हुए 'एक्स' पर पोस्ट किया, 'मैं मुरली देवड़ा (मिलिंद के दिवंगत पिता) के साथ अपने लंबे वर्षों के जुड़ाव को बड़े ही सुखद तरीके से याद करता हूं. सभी राजनीतिक दलों में उनके करीबी दोस्त थे, लेकिन वह एक धुर कांग्रेसी थे, जो हर मुश्किल परिस्थिति में हमेशा कांग्रेस पार्टी के साथ खड़े रहे. तथास्तु!'


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