विपक्षी एकता का प्रदर्शन करने पटना पहुंचे राहुल-पवार, लोकसभा चुनाव को लेकर बनेगी रणनीति
कांग्रेस नेता राहुल गांधी का शुक्रवार को पटना पहुंचने पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया. वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से बुलाई गई विपक्षी दलों की एक अहम बैठक में हिस्सा लेने पटना आए हैं. वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद राहुल गांधी पहली बार बिहार पहुंचे हैं.
नई दिल्लीः कांग्रेस नेता राहुल गांधी का शुक्रवार को पटना पहुंचने पर गर्मजोशी से स्वागत किया गया. वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से बुलाई गई विपक्षी दलों की एक अहम बैठक में हिस्सा लेने पटना आए हैं. वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद राहुल गांधी पहली बार बिहार पहुंचे हैं.
खड़गे और वेणुगोपाल भी हैं राहुल के साथ
राहुल के साथ अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और संगठन के प्रभारी महासचिव के सी वेणुगोपाल भी हैं. नीतीश कुमार कांग्रेस नेताओं की अगवानी तथा उनका स्वागत करने के लिए जयप्रकाश नारायण हवाई अड्डे पहुंचे. हवाई अड्डे पर बड़ी तादाद में कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थक जुटे जो राहुल की एक झलक पाने को बेताब दिखे.
ये नेता भी बैठक में हिस्सा लेने के लिए पहुंचे
शहर में देश के सभी हिस्सों से विपक्ष के दिग्गज नेता पहुंच रहे हैं जो अगले लोकसभा चुनावों में भाजपा को सत्ता से बाहर करने के लिए एक संयुक्त रणनीति बनाने पर चर्चा कर सकते हैं. जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला शुक्रवार को सुबह पटना पहुंचे. इसके अलावा शरद पवार और झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन भी पटना पहुंच चुके हैं.
इससे पहले महबूबा मुफ्ती, ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान, एम के स्टालिन, डी राजा और दीपंकर भट्टाचार्य समेत कई अन्य नेता बृहस्पतिवार को ही पटना पहुंच गए थे.
नीतीश कुमार बैठक के उद्देश्य पर बोलेंगे
दरअसल अगले साल संभावित लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी दल एकजुटता के प्रयास में जुटे हैं. इसे लेकर होने वाली बैठक में भाजपा विरोधी मजबूत मोर्चे के गठन को लेकर एक रूपरेखा तैयार की जाएगी. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बैठक के उद्देश्य पर प्रकाश डालेंगे, जबकि अंतिम संबोधन कांग्रेस के नेता राहुल गांधी का होगा.
वोटों के बंटवारे को रोकने के लिए बनेगी रणनीति
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बैठक में आपसी विवाद से बचने के लिए राज्य के मुद्दों को नहीं, बल्कि राष्ट्रीय मुद्दों को उठाए जाने की संभावना है. बैठक में मुख्य रूप से चुनाव में वोटों के बंटवारे को रोकने को लेकर रणनीति पर चर्चा किए जाने की संभावना है. बैठक में सभी की राय से साझा कार्यक्रम तय करने और कन्वीनर चुने जाने की उम्मीद है. इस बैठक में राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी शामिल नहीं होंगे. उन्होंने पारिवारिक कार्यक्रम के कारण नहीं आने की बात कही है.
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